म्यूचुअल फंड पोर्टफॉलियो को सुरक्षित करने के लिए डेट फंड शामिल करने चाहिए, लेकिन इससे पहले आपको कुछ अहम बातों को अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए.
Mutual Funds: डायरेक्ट म्यूचुअल फंड वो होते हैं, जो सीधे तौर पर फंड हाउस या AMCsके जरिए निवेशकों द्वारा खरीदे जाते हैं.
Nominee: ओनर की मृत्यु के बाद एसेट को किसी और को सौंपने के लिए नॉमिनी की जरूरत होती है. नॉमिनी एक या एक से अधिक हो सकते हैं.
ESG Fund: इस तरह की कंपनियों में निवेश करके आप भी पर्यावरण को महफूज बनाने में अपना योगदान दे सकते हैं.
Mutual Fund Investment Tips: लॉन्ग टर्म निवेश की शुरुआत करने से पहले लक्ष्य को जरूर सेट कर लें, जिससे आपको बेहतर पोर्टफोलियो बनाने में आसानी होगी
इंटरनेशनल फंड्स में निवेश करने वाले फंड ऑफ फंड के रिटर्न पर किसी भी अन्य डेट फंड पर मिलने वाले रिटर्न की तरह ही टैक्स लगता है.
Risk Free Return: 13 अगस्त को एक्सचेंज फाइलिंग के दौरान कंपनी कहा कि वो 9,46,875 इक्विटी शेयरों को 3,200 रुपए प्रति शेयर पर बायबैक करेगी.
यदि आप म्यूचुअल फंड पर डिजिटल लोन लेते हैं तो आप ऑनलाइन किसी भी बैंक के पास अपने MF को गिरवी रख कर तुरंत ओवरड्राफ्ट प्राप्त कर सकते हैं.
P2P सेक्टर को RBI द्वारा नियंत्रित किया जाता है. RBI ने अब तक 21 P2P प्लेटफॉर्म को P2P- NBFC लाइसेंस दिया है.
Expenses: अपने शौकिया खर्च को बढ़ाने के लिए खर्चों के सस्ते विकल्प तलाशिए. ऑनलाइन या ऑफलाइन जाकर ज्यादा सस्ते विकल्पों की तलाश कर सकते हैं.