ऐतिहासिक आंकड़ों से पता चलता है कि अगर अल नीनो मजबूत या मध्यम तीव्रता स्तर का होता है तो भारत में कम वर्षा होने की लगभग 70 फ़ीसदी संभावना बनती है.
क्या US में आ गई Recession? Rupee में क्यों आई रिकवरी? मंदी के बाद भी क्यों खौल रहा Crude Oil? क्यों घट गए Facebook Google के मुनाफे?
पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत तकनीकी व्यवसायीकरण को बढ़ावा देते हुए दक्षिण भारत की तीन प्रमुख कंपनियों से समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं.
Farming: सरकार के इस कदम एक पंथ दो काज होंगे यानि इससे किसानों की आय में तो बढ़ोतरी होगी ही, साथ ही साथ हरित भारत का सपना भी साकार होगा.
southwest monsoon:मानसून के रिवाइवल और खरीफ की बुवाई में तेजी आती है तो ये आने वाले महीनों में अनाज की कीमतों के दबाव को कम करने में मदद कर सकती है'.
क्रॉप ईयर 2021-22 (जुलाई से जून) में खरीफ सीजन की बुआई का रकबा 1.55 फीसदी घटकर 1,043.87 लाख हेक्टेयर पर है.
Monsoon: उत्तराखंड में अगले तीन दिनों के दौरान भारी बारिश होने की संभावना है.
भारी बारिश की वजह से सब्जियों की खेती करने वाले किसानों के खेत में पानी जमा हो सकता है. जिससे उनकी फसल बर्बाद हो सकती है.
हिमाचल प्रदेश के पहाड़ों पर बीते कुछ दिनों से बारिश का दौर जारी है, तो वहीं जम्मू-कश्मीर के पहाड़ों पर मॉनसूनी बादल फटने की खबर है.
जलभराव से मुंबई में जान-माल की हानि और सेवाओं में खराबी के साथ ही सामान्य जनजीवन को बेहिसाब क्षति पहुंचती है.