SBI और HDFC बैंक का तर्कः बैंकिंग कामकाज और खातों के ब्योरे, बैंकों द्वारा गोपनीय रखा जाता है. ऐसे में सुप्रीम कोर्ट का निर्णय इसे खतरे में डाल देगा.