देश के बीमा उद्योग में हलचल बढ़ी हुई है. लंबे अरसे के बाद नई कंपनियां जुड़ रहीं हैं और नए तरह के प्रोडक्ट लॉन्च हो रहें हैं. बीमा नियामक इरडा के चेयरमैन देबाशीष पांडा ने जल्द ही बीमा कानून में बदलाव लाने के संकेत दिए हैं. इन कदमों से सभी के लिए बीमा का लक्ष्य हासिल करने में कैसे मिलेगी मदद जानिए बीमा पर हमारे खास शो इंश्योरेंस सेंट्रल में -
मोटर इंश्योरेंस खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और क्या-क्या चीजें चेक करनी चाहिए, तमाम सवालों के जवाब जानने के लिए देखें हमारा यह वीडियो-
निवेशकों को हुआ भारी नुकसान, बदल रहे हैं एक अप्रैल से नियम, Apple आईफोन खरीदने वालों के लिए अच्छी खबर,... जानने के लिए देखिए Money Time
रियल एस्टेट सेक्टर के हालत सुधरने की उम्मीद में जिन निवेशकों ने पिछले साल Godrej Properties में निवेश किया था, उन्हें भारी नुकसान दिख रहा है.
Car Insurance Premium: कार बीमा चुनने से पहले कई बीमाकर्ताओं की जांच करें. अलग-अलग बीमा कंपनियां एक ही कार के लिए अलग-अलग रकम वसूलती हैं.
Insurance Cover: थर्ड पार्टी इंश्योरेंस में सामने वाली पार्टी को फायदा मिलता है लेकिन वाहन मालिक को नहीं.
Motor Insurance Premium: जिन वाहनों की इंजन क्षमता अधिक होती है, उनपर कम इंजन क्षमता वाले वाहन की तुलना में अधिक प्रीमियम देना होता है
Health Insurance: पॉलिसी लेते वक्त आपको कई बातों पर ध्यान देना चाहिए. मसलन, प्री-पोस्ट हॉस्पिटलाइजेशन का खर्च, क्लेम सेटलमेंट रेश्यो आदि.
Vehicle Insurance Policy: HDFC ERGO ने कहा था की 150 सीसी इंजन से ऊपर की मोटर साइकिल की सवारी करते समय लगी चोट को कवरेज से बाहर रखा गया है.
Maternity Insurance: मैटरनिटी इंश्योरेंस एक ऐड-ऑन कवर है जो पॉलिसी होल्डर इंडिविजुअल या फैमिली फ्लोटर हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के साथ चुन सकते हैं.