आपको अलग-अलग एसेट कैटेगरी में कितना निवेश करना चाहिए. यानी, डेट, इक्विटी और गोल्ड में कितनी हिस्सेदारी होनी चाहिए.
विदेशी ब्रोकरेज फर्म यूबीएस एजी ने ईटी से कहा कि पिछले सप्ताह में जिस तरह से भारतीय बाजारों में तेजी का माहौल रहा, उससे विदेशी निवेशक दूरी बनाए हुए है