अगर आपकी सालाना आय 5 लाख रुपये से ऊपर नहीं जा रही है तो आप टैक्स लाइबिलिटी पर 12,500 रुपये तक टैक्स रिबेट क्लेम कर सकते हैं.
Jeevan Arogya: योजना के तहत अगर आप हास्पिटल में एडमिट होते हैं, तो आपको 1000 से लेकर 4000 रुपये रोजाना भुगतान का विकल्प मिलता है
SBI: फॉर्म बैंक में जमा कर यह तय किया जा सकता है कि जमा पर मिलने वाली ब्याज राशि टैक्स के दायरे में नहीं है. इस वजह से यहां TDS ना काटा जाए
Income Tax Department: नए पोर्टल में एक नया मोबाइल ऐप भी होगा जिसपर यूजर्स मैन्युअल और वीडियो क्लिप के जरिये हर कदम पर दिशा-निर्देश सुलभ होंगे.
टैक्स सेव करने के बेस्ट तरीकों में सेक्शन 80C आता है. इस सेक्शन के तहत आपको सालाना अधिकतम 1.5 लाख रुपये का टैक्स एग्जेंप्शन मिलता है.
Income Tax: आयकर कानून में यह भी प्रावधान है कि कुछ खास लोगों या रिश्तेदारों से मिले गिफ्ट्स पर टैक्स देय नहीं होगा.
New ITR Portal: अगर क्रेडिट कार्ड के जरिए पेमेंट की मंजूरी दे दी जाती है तो इससे वकीलों और CA को राहत होगी जो अपने क्लायंट की ओर से टैक्स भरते हैं.
Tax Saving Investment: ELSS ना सिर्फ अन्य टैक्स बचत विकल्पों से कम लॉक-इन अवधि के साथ आता है बल्कि रिटर्न के मोर्चे पर भी ये आगे है.
Income Tax: इनकम टैक्स (Income Tax) की नई वेबसाइट ज्यादा यूजर्स फ्रेंडली होगी. इसके अलावा यहां टैक्स रिटर्न फाइल करना पहले के मुकाबले ज्यादा आसान होगा.
Refund: कुछ तरीकों से आप पता लगा सकते हैं कि रिफंड मिला या नहीं, इनकम टैक्स और एनएसडीएल (NSDL) की वेबसाइट से जानकारी हासिल की जा सकती है.