मई महीने में की 43,838 करोड़ रुपए की रिकॉर्ड खरीदारी
अप्रैल में विदेशी निवेशकों की वापसी से भारतीय शेयर बाजार में तेजी का माहौल बनता हुआ दिखाई दिया. लेकिन ऐसा नहीं है कि विदेशी निवेशक हर सेक्टर में बराबर निवेश कर रहे हैं. अगर आंकड़ों पर नजर डालें तो शुरुआती 15 दिन में FIIs के कुल निवेश का 50 फीसद निवेश अकेले फाइनेंशियल सेक्टर में देखने को मिला है.
9 महीने तक शेयर बाजार में एकतरफा बिकवाली करने वाले विदेशी निवेशक अब खरीदारी करने लगे हैं. लेकिन आखिर कब तक टिकेंगे FIIs?
रूस-यूक्रेन की जंग जैसी कई वजहों से विदेशी निवेशक भारतीय बाजार छोड़कर निकल रहे हैं. हाल के वक्त में विदेशी संस्थागत निवेशकों यानी FII की बिकवाली
लिक्विडिटी, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) के इनफ्लो और उम्मीद से अच्छे तिमाही नतीजों से गुजरे 18 महीनों में मार्केट सेंटीमेंट मजबूत हुआ है.
कुछ बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि चुनिंदा हेज फंड भारतीय इक्विटी बाजार में तेज उछाल के बाद मुनाफावसूली कर रहे हैं.
अगले हफ्ते मार्केट कोविड को लेकर सरकार के लिए जाने वाले फैसलों, FPI के निवेश और बॉन्ड यील्ड जैसे मसलों के हिसाब से रुख तय करेगा.