पिछले साल IMF ने अनुमान जताया था कि आर्थिक गतिविधियों पर लगी पाबंदियों के चलते देश के ऐसे 9 करोड़ वर्कर्स में से 4 करोड़ बेहद गरीबी में खिसक जाएंगे.
आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर 2017 से मार्च 2021 के बीच 4,19,91,334 नए सब्सक्राइबर्स एंप्लॉई प्रॉविडेंट फंड (EPF) स्कीम के साथ जुड़े हैं.
ESIC के 1.35 करोड़ लाभार्थियों को आयुष्मान भारत PM-JAY के तहत आने वाले अस्पतालों में बिना किसी रेफरेल के मुफ्त स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी