FACE की रिपोर्ट के मुताबिक उधारदाताओं का भुगतान साल दर साल बढ़कर 92,848 करोड़ रुपए हुआ
कारोबार में पारदर्शिता लाने के लिए केंद्रीय बैंक ने उठाए कदम
रिजर्व बैंक ने डिजिटल लेंडिंग के गाइडलाइन्स को लेकर बने कंफ्यूजन को कैसे दूर करने की कोशिश की है और इसका अब डिजिटल लेडिंग स्पेस पर क्या असर होगा?