जब हेल्थ इंश्योरेंस की बात आती है, इसमें दो ऑप्शन उपलब्ध होते हैं. पहला व्यक्तिगत हेल्थ प्लान और दूसरा फैमिली फ्लोटर पॉलिसी.
Pension Rules: कर्मचारी की मौत पर नॉमिनी को अन्य दायित्व जैसे वेतन लाभ, कानूनी बोनस आदि प्राप्त होंगे.
बीमा कंपनी ने आपका क्लेम रिजेक्ट किया हैं और आपको लगता हैं कि बीमा कंपनी का निर्णय गलत हैं, तो आप बीमा लोकपाल में शिकायत दर्ज कर सकते हैं.
बैंक जमा पर 5 लाख रुपए तक का इंश्योरेंस कवरेज मिलता है, जिसमें मूलधन के साथ-साथ ब्याज भी शामिल होता है. बशर्ते, बैंक बंद हो रहा हो.
पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस एक्सीडेंट के कारण परमानेंट और टेंपरेरी डिसेबिलिटी के साथ-साथ एक्सीडेंटल डेथ को भी कवर करता है.
Corona: भारत में कुल 3.2 करोड़ से ज्यादा लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं, जो हर दिन हजारों की संख्या में आज भी बढ़ रहे हैं.
सबसे पहले यह समझें कि इन पॉलिसियों किन बीमारियों को कवर किया जा रहा है. ग्रुप इंश्योरेंस में अक्सर मेटरनिटी सुविधा और कैटारेक्ट सर्जरी शामिल होती है.
Claim: अगर कोई नॉमिनेशन फाइल नहीं होता है और मृतक अविवाहित है तो पेंशन पिता को दी जाएगी और पिता की मौत के बाद पेंशन की हकदार मां होगी.
Health Insurance: एक सही हेल्थ इंश्योरेंस आपको और आपके प्रियजनों को कई तरह की अनचाही बीमारियों और अचानक आने वाली मुश्किलों से सुरक्षा देता है.
MWPA:आप अपनी पॉलिसी को एमडब्ल्यूपी अधिनियम के दायरे में लाते हैं, तो इस केस में बीमे की रकम को आपकी संपत्ति से बाहर माना जाएगा