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IPO हो या बायबैक, बुक बिल्डिंग का बड़ा शोर रहता है लेकिन ये क्या होती है? दरअसल यह एक प्रक्रिया है जिसके जरिए बेचे या खरीदे जाने वाले शेयर की वाज
बायबैक में फायदा इस बात पर निर्भर है कि कंपनी आम निवेशकों से कितने शेयर वापस खरीदती है इसलिए असेप्टेंस रेशो की बडी चर्चा होती है.
अक्सर लोग IPO में अलॉटमेंट नहीं मिलने की शिकायत करते हैं. लेकिन एक और तरीका है पैसे बनाने का जिसे बायबैक कहते हैं. कंपनियां जब शेयर वापस खरीदती हैं
कई लोग डिविडेंड यील्ड और डिविडेंड रेट को लेकर कन्फ्यूज हो जाते हैं. हालांकि कम ही लोगों को ये जानकारी होगी कि दोनों अलग चीजें हैं.
एफडी पर ब्याज की ही तरह शेयर बाजार में लाभांश देने वाली कंपनियों में निवेश करके कमाई की जा सकती है.
सरकार इस साल करीब 16 लाख करोड़ का कर्ज लेगी जिसमें से करीब 11 लाख करोड़ बाजार से बॉण्ड के जरिए जुटाए जाएंगे. बस इसी ने बिगाड़ दिया है बाजार का मूड.
विदेशी बाजारों से मिलेजुले संकेतों के चलते आज शुरुआती उठा-पटक के बाद भारतीय बाजारों में निचले स्तरों से अच्छी रिकवरी हुई.
विदेशी बाजारों से मिलेजुले संकेतों से आज भारतीय बाजारों की तीन की तेजी पर लगाम लग गई.
अमेरिकी बाजारों में मजबूती की हैट्रिक लगने से भारतीय बाजारों में भी बजट के बाद की रैली आज भी जारी रही.