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2150 रुपए के इश्यु प्राइस वाला IPO 72 फीसद तक लुढ़क चुका है. यानि निवेशकों के लगाए हर 100 रुपए अब सिर्फ 28 ही बचे हैं.
हाल में इस शेयर में आई गिरावट ने निवेशकों की चिंता बढ़ाई भी है. क्या है एशियन पेंट्स की कहानी, कैसा रह सकता है आगे इसका रंग? जानने के लिए देखिए
देश की सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उडानें 27 मार्च से पूरी क्षमता से उडने वाली थीं कि उससे पहले ही चीन में फिर कोविड का प्रकोप तेजी से फैलने लगा.
एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज के मैनेजिंग डायरेक्टर कृष्ण कुमार करवा के मुताबिक, क्रिप्टोकरेंसी को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए.
भारतीय बाजारों की दमदार शुरुआत हुई है. निफ्टी ने 16,900, सेंसेक्स ने 56,700, और बैंक निफ्टी ने 35,800 का स्तर पार किया
कुछ टैक्सपेयर्स शेयरों की बिक्री से हुए फायदे या नुकसान को 'इनकम फ्रॉम अ बिजनेस' यानी कारोबार से आय में शामिल करते हैं,
PE यानी प्राइस टु अर्निंग रेशियो से पता चलता है कि कोई शेयर या इंडेक्स कितना सस्ता या महंगा है.
पेटीएम अपने इश्यू प्राइस से 65 फीसद टूट गया. यानी अगर किसी ने 1 लाख रुपए पेटीएम में IPO के वक्त लगाए होते तो इस समय 35000 रुपए ही बचे हैं.
निफ्टी 16,850, सेंसेक्स ने 56,300, और बैंक निफ्टी ने 35,250 के नीचे फिसला.
शेयरों में ट्रेडिंग करने वाले ज्यादातर छोटे निवेशकों को यह नहीं पता होता कि शेयर खरीदने और बेचने में कितना खर्च आता है, क्या-क्या लगते हैं शुल्क?