मुंबई के चुनिंदा इलाकों से गुजरने वालों को अब ज्यादा जेब ढीली करनी पड़ेगी. दरअसल राज्य सरकार ने दहिसर, एलबीएस रोड-मुलुंड, ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे-मुलुंड, ऐरोली क्रीक ब्रिज और वाशी में टोल दरों में बढ़ोतरी का ऐलान किया है. इससे यात्री कारों जैसे हल्के मोटर वाहनों के टोल में 5 रुपए की वृद्धि की गई है. वहीं मिनी बसों के टोल में 10 रुपए का इजाफा किया गया है. नई दरें 1 अक्टूबर से लागू होंगी.
सरकार की अधिसूचना के अनुसार टोल दरों में बदलाव होना एक नियमित वार्षिक गणना है, लेकिन इसे हर तीन साल में एक बार लागू किया जाता है. आखिरी बार टोल दरें अक्टूबर 2020 में संशोधित की गई थीं. आमतौर पर टोल दरों में 12.50 फीसद से लेकर 18.75 फीसद तक की बढ़ोतरी देखने को मिलती है. अधिसूचना के अनुसार हल्के मोटर वाहनों के टोल में 5 रुपए बढ़ाए गए हैं, लिहाजा अब लोगों को वर्तमान दर 40 रुपए की जगह 45 रुपए चुकाने. वहीं मिनी बसों के 65 की जगह 75 रुपए चुकाने होंगे. जबकि ट्रकों और बसों के लिए टोल 150 रुपए होगा और मल्टी-एक्सल वाहनों से 190 रुपए लिया जाएगा.
वाशी को छोड़कर, टोल संग्रह अनुबंध सितंबर 2026 तक जारी रहने की उम्मीद है. वहां क्रीक ब्रिज और टोल बूथ को चौड़ा करने पर काम चल रहा है. मौजूदा छह लेन को विस्तार करके 12 लेन मे तब्दील किया जा रहा है. इसमें होने वाले खर्च को कवर करने के लिए टोल दरों में विस्तार दिया गया है. मुंबई एंट्री पॉइंट टोल (MEPL) को 2027 तक 11,500 करोड़ रुपए से अधिक कैश हासिल होने की उम्मीद है.
1 अक्टूबर से लागू होने वाली टोल बढ़ोतरी के फैसले से महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) नाखुश है. इसकी ठाणे इकाई ने इसके खिलाफ ठाणे-मुलुंड राजमार्ग टोल प्लाजा पर विरोध प्रदर्शन भी किया. जिसमें टोल शुल्क में कमी की मांग की गई है. मनसे ठाणे शहर इकाई के अध्यक्ष अविनाश जाधव ने राज्य सरकार की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि भाजपा ने चुनाव से पहले टोल-मुक्त महाराष्ट्र के वादे किए थे, लेकिन अब मुंबई के अंदर और बाहर प्रवेश पर टोल शुल्क बढ़ाना गलत है.