रेडसीर स्ट्रैटेजी कंसल्टेंट्स के मुताबिक आगामी त्योहारी सीजन के दौरान ऑनलाइन बिक्री में सालाना आधार पर 18-20 फीसद की वृद्धि होने के साथ ही इसके 90,000 करोड़ रुपए तक पहुंचने का अनुमान है. बाजार अनुसंधान कंपनी रेडसीर स्ट्रैटेजी कंसल्टेंट्स के अनुसार आगामी त्योहारी सीजन संभावित रूप से मार्जिन के मामले में अब तक का सबसे सफल सीजन हो सकता है.
रेडसीर के मुताबिक हमारा अनुमान है कि भारत ईटेलिंग के 2023 त्योहारी महीने का जीएमवी (सकल व्यापारिक मूल्य) करीब 90,000 करोड़ रुपए रहेगा जो पिछले साल के त्योहारी महीने की बिक्री से 18-20 फीसद अधिक है. कंपनी के अनुसार, ऑनलाइन खरीदारी करने वाले करीब 14 करोड़ लोगों के इस त्योहारी महीने के दौरान कम से कम एक बार ऑनलाइन खरीदारी करने की उम्मीद है. ऑनलाइन खरीदारों की संख्या में वृद्धि तथा तीन साल की ‘‘चुनौतीपूर्ण’’ अवधि के बाद अर्थव्यवस्था के पटरी पर लौटने से इस साल त्योहारी मौसम में ई-कॉमर्स बिक्री के बढ़ने की उम्मीद है. बयान के अनुसार, 2014 में पूरे वर्ष ई-कॉमर्स का सकल व्यापारिक मूल्य (जीएमवी) उद्योग 27,000 करोड़ रुपए था और 2023 में इसके करीब 5.25 लाख करोड़ रुपए रहने की उम्मीद है.
रेडसीर स्ट्रैटेजी कंसल्टेंट्स के साझेदार मृगांक गुटगुटिया ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक सामान त्योहार के समय अधिक बिकते हैं, पिछले कई वर्षों में त्योहारी बिक्री की तुलना से श्रेणी में विविधीकरण प्रवृत्ति स्पष्ट दिखती है. उन्होंने कहा कि इसके जारी रहने से हम इस त्योहारी अवधि में फैशन, सौंदर्य व व्यक्तिगत देखभाल, घरेलू तथा सामान्य माल और अन्य गैर-इलेक्ट्रॉनिक्स श्रेणियों से जीएमवी योगदान में वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं. उनका कहना है कि विभिन्न कैटेगरी में बिक्री पारिस्थितिकी तंत्र के लिए अच्छा है क्योंकि यह उपभोक्ताओं की कई कैटेगरी को ऑनलाइन खरीदने की इच्छा को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि हमें इस त्योहारी सीजन में फैशन, बीपीसी, होम एवं जनरल मर्चेंडाइज और अन्य गैर-इलेक्ट्रॉनिक्स कैटेगरी से जीएमवी योगदान में बढ़ोतरी की उम्मीद है.