बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB) के आर्थिक अनुसंधान विभाग ने कहा कि देश में अनियमित बारिश की वजह से इस साल खरीफ की बुआई कम होने का अनुमान है और इस वजह से निकट भविष्य में महंगाई बढ़ सकती है. विभाग की एक रिपोर्ट में कहा गया कि 30 जुलाई तक बारिश लंबी अवधि के औसत (एलपीए) से 6 फीसद अधिक रही है. हालांकि, पूर्वी और उत्तर पूर्वी क्षेत्र में कम बारिश हुई, जबकि उत्तर पश्चिमी क्षेत्र में अधिक बारिश दर्ज की गई. इसके चलते इस साल खरीफ की बुआई कम हुई है और दालों की बुआई पिछले साल की तुलना में बहुत कम है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि निकट भविष्य में मुद्रास्फीति बढ़ सकती है, क्योंकि आईएमडी का अनुमान है कि मानसून अवधि के बीच में अल-नीनो की स्थिति विकसित होगी. गौरतलब है कि खरीफ की बुआई जून से अक्टूबर के अंत तक चलती है. देश में खुदरा मुद्रास्फीति दर जून महीने में बढ़कर तीन महीने के उच्च स्तर 4.81 फीसद पर पहुंच गई है, जबकि थोक मुद्रास्फीति 4.12 फीसद है.
बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति समीक्षा पर विचार करते समय मुख्य रूप से खुदरा मुद्रास्फीति पर गौर करता है. द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा के लिये आरबीआई गवर्नर की अगुवाई वाली छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की तीन दिवसीय बैठक आठ से 10 अगस्त को होगी. मौद्रिक नीति समीक्षा की घोषणा 10 अगस्त को होगी.
Published - July 31, 2023, 07:39 IST
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