देश में क्रेडिट कार्ड से शॉपिंग करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इस वजह से मासिक आधार पर क्रेडिट कार्ड खर्च में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है. 30 अगस्त, 2023 को देश में चलन में मौजूद कुल क्रेडिट कार्ड की संख्या बढ़कर 9.13 करोड़ हो गई, जो इससे पहले 31 जुलाई को 8.99 करोड़ थी.
ई-कॉमर्स वेबसाइटों पर लेनदेन में तेजी आने और प्वॉइंट ऑफ सेल टर्मिनल्स में इस्तेमाल की वजह से क्रेडिट कार्ड से होने वाला खर्च बढ़ा है. आंकड़ों के अनुसार अगस्त में क्रेडिट कार्ड खर्च 1.5 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गया है. इसमें महीने-दर-महीने 2.7 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है. टियर-2 और टियर-3 शहरों में बढ़ती खपत के कारण खर्च में साल-दर-साल 32.2 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है. जुलाई में, खर्च महीने-दर-महीने 5.5 फीसदी बढ़कर 1.45 लाख करोड़ रुपए रहा था.
प्वॉइंट ऑफ सेल टर्मिनल पर लेनदेन अगस्त में बढ़कर 15.21 करोड़ हो गए, जो जुलाई में लगभग 14.3 करोड़ थे. इसी तरह, ई-कॉमर्स वेबसाइट्स पर क्रेडिट कार्ड लेनदेन जुलाई में 13.43 करोड़ से बढ़कर 13.85 करोड़ हो गए. कुल मिलाकर, अगस्त में क्रेडिट कार्ड लेनदेन बढ़कर 29.14 करोड़ हो गए, जो जुलाई में 27.78 करोड़ थे.
प्रमुख क्रेडिट कार्डों में अगस्त में एचडीएफसी बैंक के कार्ड पर खर्च लगभग 0.1% मासिक गिरावट के साथ 39,489 करोड़ रुपए रहा. भारत के एकमात्र सूचीबद्ध क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता एसबीआई कार्ड पर खर्च लगभग 6% बढ़कर 27,462 करोड़ रुपए रहा. आईसीआईसीआई बैंक कार्ड पर खर्च लगभग 3% बढ़कर 26,632 करोड़ रुपए हो गया. अगस्त में एक्सिस बैंक के क्रेडिट कार्ड पर खर्च 0.5% बढ़कर 17,789 करोड़ रुपए हो गया.
एक्सपर्ट का कहना है कि यात्रा और मनोरंजन जैसी चीजों के अलावा, ग्राहक जरूरी चीजों के भुगतान के लिए भी क्रेडिट कार्ड का तेजी से उपयोग कर रहे हैं. इससे कुल खर्च में बढ़ोतरी हुई है. कार्ड जारीकर्ताओं और अमेजन जैसे इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स प्लेटफॉर्म के बीच को-ब्राडिंग साझेदारी से भी खर्च में बढ़ोतरी हुई है. इसके अलावा बैंकों और गैर-बैंकों के बीच को-ब्रांडेड कार्ड साझेदारी में वृद्धि और RuPay क्रेडिट कार्ड की बढ़ती लोकप्रियता ने भी क्रेडिट कार्ड के ग्राहकों को बढ़ाने में मदद की है.