बिना कर्ज लिए भी एक गलती आपको कर देगी दिवालिया. किसी के लोन गारंटर बनने से पहले आपको अपनी जिम्मेदारी समझनी जरूरी है वरना लेने के देने पड़ सकते हैं.
आपको ऐसा लग सकता है कि अपडेटेड रिटर्न का मतलब है कि अगर आपको देर तक IT रिटर्न फाइल करने की मोहलत मिल गई है. लेकिन ऐसा नहीं है.
किसी कंपनी में पैसा लगाते वक्त आखिर किन बातों पर गौर करना जरूरी है? फंडामेंटल्स क्या होते हैं? ये सब आपको जानना चाहिए.
दोस्तों और रिश्तेदारों के लोन के गारंटर बनने का फैसला सोच-समझ कर ही लें. इस जिम्मेदारी को निभाने से पहले इससे जुडे तमाम जोखिम का आकलन जरूर कर लें.
दिव्यांगों और उनके अभिभावकों के लिए राहत का दायरा बढ़ा दिया गया है. एन्युटी प्लान से जल्द धन निकासी का प्रावधान किया गया है.
कंपनियां आखिर कमाई कैसे करती हैं या मुनाफा कैसे बनाती हैं? इसे समझना है तो इनके कारोबार की समझ रखनी बहत जरूरी है. जानिए आप ऐसा कैसे कर सकते हैं.
पाकिस्तान की इकोनॉमी अगर डूब गई तो उसका भारत पर क्या असर होगा? आज के मनी सेंट्रल में शुभम शंखधर के इस सवाल का अंशुमन तिवारी ने रोचक जवाब दिया.
क्या आपको पता है कि दिल्ली में वित्त मंत्रालय से लेकर बंबई की दलाल स्ट्रीट तक बजट के एक आंकड़े की बड़ी गूंज है. यह आंकड़ा किसी घाटे का नहीं
LIC पॉलिसीधारकों के लिए अच्छी खबर, साइबर धोखाधड़ी से बचाएगा इंश्योरेंस प्लान, प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में पढ़ाई होगी सस्ती.
किसी कंपनी के कारोबार या फंडामेंटल्स समझने में दिमाग नहीं खपाना चाहते हैं तो सीधे-सीधे शेयर पर मिलने वाले ROI यानी रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट का सहारा ले