दुनियाभर में महंगाई का शोर है. महंगाई यानी जीवन जीने की लागत. अब हर महीने से आंकड़ा सरकार देती है. क्या आपको पता है इसकी शुरुआत कब कैसे किसने की थी.
अमेरिका में केंद्रीय बैंक के बनने का इतिहास क्या रहा है? चलिए जानने के लिए पलटते हैं इतिहास के पन्ने जहां खनक उठते हैं किस्सों के सिक्के.
साम्यवादी समानता के इतिहास वाला रुस आखिर पूंजीवाद के सबसे बदसूरत चेहरे का नुमाइंदा कैसे बन गया? चलिए पलटते हैं इतिहास के पन्ने
चीन के पूर्वी तट जेझियांग प्रांत के रहने वाले गुआंगदा सन 2000 में छोटी सी स्टील कंपनी चलाते थे.
रुस का अधिकांश विदेशी मुद्रा भंडार ज़ब्त हो चुका है. अब रुबल को सहारा देने के लिए कुछ नहीं है. बस करेंसी का छापाखाना बचा है.
यूक्रेन-रूस का भूगोल इतना दुर्भाग्यशाली है कि यहां कुछ जघन्यतम हत्यायें किसी युद्ध के कारण नहीं बल्कि आर्थिक नीतियों की वजह से हुईं.
कैसे पता चले कि कौन मरा कौन बचा? कैसे रखा जाना शुरू हुआ मरने वालों का हिसाब किताब? देखें वीडियो-
विदेशी मुद्रा भंडार पर पाबंदी और दुनिया के कारोबार से बाहर किये जाने के बाद रुस अपनी मुद्रा रुबल की कीमत को गोल्ड यानी सोने पर केंद्रित कर रहा है.
अब जबकि गेहूं में आग लगी है तो लोगों को 1970 का दशक याद आ रहा है. याद आ रही है अमेरिकी गेहूं की वह अनोखी लूट जो रूस ने की थी.
रूस के गैस, तेल और कोयले के बिना यूरोप पर विकट संकट आएगा. लेकिन यूरोप ने रूस से कोयला आयात बंद करने से इसकी शुरुआत कर दी.