कोरोना महामारी का कहर थमने के बाद कारोबार को रफ्तार देने के लिए कंपनियां तरह-तरह के ऑफर दे रही हैं. इनमें नो कॉस्ट ईएमआई सबसे आसान है.
इंस्टेंट लोन लेने और बैंक अकाउंट व डेबिट कार्ड ब्लॉक होने के हवाला देकर आनेवाले ठगी के कॉल्स को कैसे पहचाने और इनसे आपनी जानकारी कैसे बचाएं ?
ऑनलाइन वित्तीय लेनदेन बढ़ गए हैं और इसी के साथ ऑनलाइन अटैक का खतरा भी बढ़ गया है.
जिस तरह इलाज के लिए डाक्टर और मुकदमे की पैरवी के लिए वकील की सेवाएं लेते हैं इसी तरह निवेश के लिए फाइनेंशियल प्लानर की सेवाएं लेना जरूरी है.
अब हर जगह ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा है. क्यूआर कोड स्कैन किजिए और सेकेंड्स में हो जाता है पेमेंट. लेकिन ये फटाफट पेमेंट जी का जंजाल भी बन सकता है.
निवेश हो या बैंक अकाउंट, इंश्योरेंस हो या डीमैट अकाउंट नॉमिनिशेन को न टालें .
आप फाइनेंशियल प्लानिंग, संपत्ति संजोने और प्रॉपर्टी बनाने में बरसों लगा देते हैं, लेकिन आपके बाद आपकी संपत्ति का रखवाला कौन होगा?
कभी मुनाफे के नाम पर तो कभी डिस्काउंट के नाम पर आपकी बचत के पैसों पर रहती है कईयों की नजर.