हाल में आए IPO में कंपनियों रिटेल यानी छोटे निवेशकों की कैटेगिरी में भारी संख्या में एप्लीकेशन निरस्त हो गईं.
कोरोना की दूसरी लहर के बाद डेथ क्लेम तेजी से बढ़ने से वित्तवर्ष 2022 में जीवन बीमा कंपनियों के डेथ क्लेम्स और पेआउट्स रिकॉर्ड स्तर पर रहे हैं.
रूस-यूक्रेन युद्ध और बढ़ती राजनीतिक अनिश्चितता के लिहाज से देखें तो कॉर्पोरेट जगत के चौथी तिमाही के मुनाफे पर ज्यादा असर नहीं हुआ है.
म्यूचुअल फंड में निवेश से देश की एक बड़ी जनसंख्या अच्छी कमाई कर रही है. लेकिन जहां पैसा है वहां परेशानियां भी हैं.
ACC और अंबुजा को छोड़ सीमेंट कंपनियों के शेयरों की पिछले एक साल में जमकर पिटाई हुई और ज्यादातर शेयर 52 हफ्ते के निचले स्तर के करीब कारोबार कर रहे हैं.
अगर आपने गलत फंड का चुन लिया है तो परेशान होने की जरूरत नहीं है. इन तरीकों के जरिए आप अपनी गलती सुधार सकते हैं. जानने के लिए देखें ये वीडियो.
आसमान छूती महंगाई को काबू करने के लिए रिजर्व बैंक ने लगभग दो साल बाद रेपो रेट या ब्याज दरों में बढ़ोतरी की शुरुआत कर दी है.
शेयर बाजार में हर कोई निवेश करना चाहता है, लेकिन शेयरों को खरीदना आसान नहीं है. इसे जानने के लिए देखिए हमारी ये खास रिपोर्ट
शेयर बाजार के बाकी कई सेक्टर्स की तरह बैंकिंग शेयरों की भी हालत खराब है. हालांकि कोविड के बाद के दौर में इकोनॉमी में सुधार के साथ ही बैंकों
म्यूचुअल फंड निवेशक क्या करें? क्या उन्हें अपने SIP में निवेश को रोक देना चाहिए? या SIP को टॉप-अप कराना चाहिए? क्या होता है SIP top-up?