इन दिनों क्रेडिट कार्ड से शॉपिंग करने का चलन लगातार बढ़ रहा है. देश में क्रेडिट कार्ड की संख्या 9.5 करोड़ से अधिक हो गई है. 5 करोड़ यूजर्स ऐसे हैं, जो एक्टिव तरीके से क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं. रिवॉर्ड्स और कैशबैक की वजह से फेस्टिव सीजन में कई लोग क्रेडिट कार्ड से शॉपिंग करना पसंद करते हैं. हालांकि कई बार ज्यादा डिस्काउंट का फायदा उठाने के लिए हम क्रेडिट कार्ड से ओवरस्पेंडिंग कर देते हैं और समय पर अपने बिलों का भुगतान नहीं कर पाते हैं. ऐसे में क्रेडिट कार्ड का सावधानी से इस्तेमाल करना चाहिए. यहां बताए गए कुछ तरीकों की मदद से आप बिना ओवरस्पेंडिंग के क्रेडिट कार्ड का अधिकतम इस्तेमाल कर सकते हैं.
अपनी क्रेडिट उपयोगिता दर को रखें नियंत्रण में क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते वक्त अपने क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेट (सीयूआर) पर नजर रखना बहुत जरूरी होता है. CUR आपकी कुल क्रेडिट लिमिट की पर्सेंटेज दर्शाता है जिसका आप वर्तमान में उपयोग कर रहे हैं. आमतौर पर CUR को 30 फीसद से कम होना चाहिए. इसे एक उदाहरण से समझते हैं. मान लीजिए आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट 100 रुपए है, तो आपको इसका 30 फीसद यानी केवल 30 रुपए का ही उपयोग करना चाहिए. अगर आप सूयीआर सीमा से अधिक होने पर आपका क्रेडिट स्कोर खराब हो सकता है. अगर आपका सीयूआर 30 फीसद के करीब या उससे अधिक है, तो अपने क्रेडिट स्कोर को बेहतर बनाए रखने के लिए अपने बैंक से क्रेडिट सीमा बढ़ाने का अनुरोध करें.
अपने बिलिंग चक्र का लाभ उठाएं क्रेडिट कार्ड के बिलिंग चक्र को समझना जरूरी है. क्रेडिट कार्ड 20 से 50 दिनों तक की ब्याज-मुक्त अवधि के साथ आते हैं. यदि आप अपने बिलिंग चक्र की शुरुआत में खरीदारी करना शुरू करते हैं, तो आपके पास अपना बकाया चुकाने के लिए बहुत अधिक ब्याज-मुक्त समय होगा.
कैशबैक और रिवॉर्ड पॉइंट का अधिकतम लाभ उठाएं त्योहारी सीजन में ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए ब्रांड्स क्रेडिट कार्ड ऑफ़र, छूट, कैशबैक और रिवॉर्ड पॉइंट की पेशकश करते हैं. हालांकि, यह ध्यान रखना आवश्यक है कि हर प्रोडक्ट पर कैशबैक और रिवॉर्ड नहीं मिलता है. कैशबैक केवल एक निश्चित सीमा से अधिक की खरीदारी के लिए ही उपलब्ध होता है. केवल आकर्षक कैशबैक या रिवॉर्ड पॉइंट के लिए बिना जरूरत के सामान को खरीदकर अपने बजट को बढ़ाने से बचें. वास्तव में, अपना क्रेडिट कार्ड स्वाइप करने से पहले, आपको यह जांचना चाहिए कि क्या कार्ड में मौजूदा रिवॉर्ड/कैशबैक पॉइंट हैं जिनसे कमाई की जा सकती है.
नो-कॉस्ट ईएमआई से सावधान रहें आकर्षक ऑफर और कैशबैक के बाद लोग नो कॉस्ट EMI की वजह से भी क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं.नो-कॉस्ट EMI से आप बिना ब्याज के प्रोडक्ट की कीमत को समान किश्तों में भुगतान कर सकते हैं. नो-कॉस्ट ईएमआई योजना का विकल्प चुनने से, आप उन डिस्काउंट्स से चूक सकते हैं जो सीधे नकद भुगतान पर उपलब्ध होंगे.
क्रेडिट कार्ड से कैश न लें आमतौर पर महीने के अंत में पैसे खत्म हो जाना एक आम बात है. जब आप खरीदारी के लिए अपने क्रेडिट कार्ड का उपयोग करते हैं तो बैंक डिस्काउंट ऑफर करते हैं, लेकिन जब आप एटीएम में अपने क्रेडिट कार्ड का उपयोग करके नकदी निकालते हैं तो ये आपकी जेब पर भारी पड़ सकता है. क्रेडिट कार्ड के माध्यम से नकद निकासी पर बहुत अधिक ब्याज सकता है, जो आमतौर पर 36 प्रतिशत वार्षिक तक हो सकता है. ऐसे में क्रेडिट कार्ड से पैसा निकालने से बचें.
समय पर बिल भरें आपके क्रेडिट कार्ड पर देय न्यूनतम राशि सबसे छोटी राशि है (आमतौर पर लगभग 5 फीसद), जिसे नियम तारीख तक भुगतान करने का विकल्प दिया जाता है. कई बार यूजर्स पैसा न होने के कारण पूरा बिल भरने के बजाये न्यूनतम देश राशि का भुगतान करते हैं. न्यूनतम राशि का भुगतान करने से आप देरी से किए जाने वाले भुगतान पर लगने वाले शुल्क और जुर्माने से नहीं बच सकते. शेष बकाया राशि पर आपसे 2.5 से 3.5 फीसद तक ब्याज लिया जाता है. हालांकि त्योहारी सीजन के दौरान न्यूनतम राशि का भुगतान करने से आप कर्ज के जाल में भी फंस सकते हैं. ऐसे मे कर्ज से बचने के लिए नियत तारीख तक पूरी बकाया राशि का भुगतान करने का प्रयास करें.
कम क्रेडिट कार्ड रखें. कई लोगों के पास 3-4 क्रेडिट कार्ड होते हैं. त्योहारी सीजन में खर्च के लिए एक कार्ड चुनें. अपने कार्ड को हमेशा ट्रैक करें और नियंत्रित होकर खर्च करें, भले ही कितने भी आकर्षक ऑफर क्यों न हों.
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