वित्त वर्ष 2023 की मार्च तिमाही में छोटी बचत दरों में तेजी से बढ़ोतरी के बावजूद इसका नेट कलेक्शन घट गया है. राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC) और सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF) जैसी छोटी बचत योजनाओं के नेट कलेक्शन में 11 वर्षों में पहली बार गिरावट दर्ज की गई है. वित्त वर्ष 2023 में ग्राहकों की ओर से जमा घटकर 3.04 ट्रिलियन रुपए हो गई थी, जो वित्त वर्ष 2022 में 3.33 ट्रिलियन रुपए थी.
आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2023 में बिहार, असम, अरुणाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, पुदुचेरी, तेलंगाना, मिजोरम और हिमाचल प्रदेश में जमा में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिली. वहीं पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और कर्नाटक ये ऐसे टॉप 5 राज्य है जहां सबसे ज्यादा कलेक्शन हुआ. हालांकि दादरा और नगर हवेली को छोड़कर अन्य सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में कुल जमा राशि में गिरावट देखी गई.
बता दें लघु बचत योजनाओं के तहत सभी जमा होने वाली रकम 1 अप्रैल, 1999 से भारत के सार्वजनिक खाते में स्थापित ‘राष्ट्रीय लघु बचत कोष’ (एनएसएसएफ) में जमा की जाती हैं. स्मॉल सेविंग्स स्कीम्स में आई ये गिरावट हैरान करने वाली है क्योंकि वित्त मंत्रालय की ओर से साल 2023 की मार्च तिमाही में छोटी बचत दरों में तेजी से बढ़ोतरी की थी. वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में एक, दो और तीन साल के लिए लघु बचत जमा दरों को क्रमशः 110 आधार अंक बढ़ाकर 6.6 प्रतिशत, 6.8 प्रतिशत और 6.9 प्रतिशत कर दिया गया था.