महिलाओं को बचत के लिए प्रोत्साहित करने के मकसद से शुरू की गई स्कीम महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र योजना (MSSC) इनदिनों काफी चलन में है. यही वजह है कि वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों में इस योजना के तहत 22.5 लाख से अधिक खाते खोले गए हैं. इनमें 14,500 करोड़ रुपए से ज्यादा राशि जमा की गई है. इस योजना की घोषणा पिछले बजट में की गई थी.
खाता खोलने में ये राज्य रहें सबसे आगे
आंकड़ों से पता चलता है खाता खोलने एवं जमा राशि के मामले में महाराष्ट्र सबसे आगे है. यहां 4.5 लाख खाते खोले गए, जबकि 2,800 करोड़ से अधिक की राशि जमा हुई. इसके बाद तमिलनाडु में लगभग 3.5 लाख खाते और करीब1,600 करोड़ रुपए जमा हुए. तीसरे नंबर पर ओडिशा रहा, जहां करीब 2.5 लाख से अधिक खाते खोले गए और1,000 करोड़ रुपए की राशि जमा की गई. वहीं कर्नाटक की बात करें तो लगभग 1.7 लाख खाते खोले गए और करीब 1,200 करोड़ रुपए जमा हुए. वहीं आंध्र प्रदेश सर्कल में 1.3 करोड़ से अधिक खाते और 600 करोड़ से अधिक की राशि जमा हुई.
योजना की खासियत
महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र योजना मार्च 2025 तक दो साल के लिए उपलब्ध कराई जाएगी. इसमें 7.5 प्रतिशत की निश्चित ब्याज दर मिलती है. इसमें महिलाओं या लड़कियों के नाम पर 2 लाख तक की जमा सुविधा मिलती है. यह आंशिक निकासी का भी विकल्प देता है.
MSSC पर अर्जित ब्याज पर टीडीएस लागू नहीं होता है, लेकिन टैक्स की गणना के लिए ब्याज आय को कुल आय में जोड़ा जाएगा. योजना साढ़े सात फीसद ब्याज दर के अनुसार एक साल में 15,000 और दो वर्षों में 32,000 का रिटर्न देगा.