सरकार ने महिला सम्मान बचत पत्र योजना का दायरा बढ़ाने के लिए खास पहल की है. इसके तहत अब सभी सरकारी और चुनिंदा प्राइवेट बैंकों में यह खाता खुलवाया जा सकता है. अभी तक यह सुविधा सिर्फ डाकघरों में ही मुहैया कराई जा रही थी. रिटर्न के मामले में यह योजना बैंक और पोस्ट ऑफिस की एफडी को मात दे रही है. बैंक ऑफ इंडिया महिला सम्मान बचत प्रमाण पत्र शुरू करने वाला देश का पहला सरकारी बैंक बन गया है. निजी क्षेत्र के एक्सिस, आईसीआईसीआई, एचडीएफसी और आईडीबीआई बैंक को यह योजना शुरू करने की मंजूरी मिली है.
महिला सम्मान निधि में सालाना 7.5 फीसद मिल रहा है. अगर रिटर्न की तुलना करें तो पोस्ट ऑफिस की एक साल की एफडी में 6.9 फीसद, दो व तीन साल की एफडी में 7 फीसद ब्याज मिल रहा है. अगर प्रमुख बैंकों की एफडी का रिटर्न देखें तो देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक एसबीआई (SBI) 1 से 2 साल की एफडी पर 6.80 फीसद और 2 से 3 साल की जमा पर 7 फीसद ब्याज दे रहा है. पीएनबी (PNB) 1 से 5 साल की एफडी पर 6.50 से 7 फीसद तक ब्याज ऑफर कर रहा है. अन्य सररकारी बैंकों की एफडी पर भी कमोबेश इसी तरह का ब्याज मिल रहा है. इस हिसाब से देखें तो बैंक और पोस्ट ऑफिस की एफडी की तुलना में महिला सम्मान योजना का ब्याज बेहतर है.
महिला सम्मान बचत पत्र एक सरकारी लघु बचत योजना है, जो विशेष रूप से महिलाओं के लिए है. सरकार का इस स्कीम को लॉन्च करने का मकसद निवेश और वित्तीय व्यवस्था में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाना है. इसमें 1 अप्रैल 2023 से 31 मार्च 2025 तक खाता खुलवाया जा सकता है. इसमें मैच्योरिटी पीरियड 2 साल का है. उदाहरण के लिए, अगर आप 5जुलाई 2023 को निवेश करते हैं तो दो साल बाद यानी 5 जुलाई 2025 को ब्याज के साथ पैसा वापस मिल जाएगा.
कैसे खुलेगा खाता?
पोस्ट ऑफिस में महिला सम्मान योजना में अकाउंट खुलवाने के लिए आपको फॉर्म-1 भरना होगा. इसके लिए बचत खाता खुलवाने की जरूरत नहीं है. आप जितने पैसे निवेश करेंगे, उसकी पासबुक मिल जाएगी. इसमें कम से कम 1000 रुपए और अधिकतम 2 लाख रुपए जमा किए जा सकते हैं. फिर चाहे वह एक अकाउंट के जरिए हों या एक से ज्यादा अकाउंट के सहारे. नाबालिग लड़कियों के नाम से उनके अभिभावक यानी माता-पिता खाता खोल सकते हैं. एसबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि सरकारी बैंकों में अभी यह सुविधा बचत खाताधारक महिलाओं को ही दी जा रही है.
कौन खोल सकता है खाता?
महिला सम्मान योजना में परिवार की किसी भी महिला के नाम पर खाता खुलवाया जा सकता है. नाबालिग लड़कियों के नाम से उनके अभिभावक यानी माता-पिता खाता खोल सकते हैं. इस योजना में एकमुश्त निवेश की सुविधा है. पैसे की व्यवस्था होने पर इस योजना में एक से ज्यादा खाते भी खुलवाए जा सकते हैं.
ब्याज की गणना
महिला सम्मान स्कीम में सालाना 7.5 फीसद का ब्याज निर्धारित है. ब्याज की गणना तिमाही चक्रवृद्धि आधार पर की जाती है. अगर अभी इस खाते में एक लाख रुपए जमा करते हैं तो 7.5 फीसदी ब्याज पर दो साल बाद 1,16,000 रुपए मिलेंगे. यानी 16 हजार रुपए ब्याज मिलेगा. इसी तरह, डेढ़ लाख रुपए निवेश करने पर मैच्योरिटी पीरियड पूरा होने पर 1,74,000 रुपए मिलेंगे. इसमें 24,000 रुपए की ब्याज आय शामिल है. दो लाख रुपए निवेश करने पर मैच्योरिटी के समय 2,32,000 रुपए प्राप्त होंगे.
कब निकाल सकते हैं पैसे?
महिला सम्मान योजना की मैच्योरिटी दो साल की है. हालांकि आप इसमें से मैच्योरिटी से पहले भी पैसे निकाल सकते हैं. इसमें खाता खुलवाने के एक साल बाद आंशिक निकासी की सुविधा है. हालांकि खाते में जमा कुल रकम का 40 फीसद ही निकाला जा सकेगा. वहीं अगर अकाउंट होल्डर की मृत्यु हो जाती है. या उसे कोई जानलेवा बीमारी हो गई तो भी खाता बंद किया जा सकता है. इसके लिए जरूरी दस्तावेज देने होंगे. खाता खोलने के 6 महीने के बाद बिना किसी वजह के भी इसे बंद किया जा सकता है लेकिन इस स्थिति में 5.5 फीसद मिलेगा.
टैक्स का हिसाब
महिला सम्मान योजना में निवेश पर पीपीएफ और एनएससी जैसी लघु बचत योजनाओं की तरह धारा 80सी के तहत टैक्स में छूट नहीं मिलेगी. हालांकि, स्रोत पर कर कटौती (TDS) कटौती से छूट मिली हुई है. ब्याज से कमाई आपकी सालाना आय में जुड़ेगी जिस पर स्लैब के आधार पर टैक्स का भुगतान करना होगा.
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