प्रधानमंत्री जनधन योजना की शुरुआत से अब तक 49 करोड़ से ज्यादा बैंक खाते खोले जा चुके हैं. इन खातों में दो लाख करोड़ रुपए से ज्यादा जमा हैं. वित्त राज्य मंत्री भागवत कराड ने लोकसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में बताया कि इस योजना में कई फायदे मिलते हैं. यह खाता जीरो बैलेंस से खुलता है और इसमें मिनिमम बैलेंस रखना भी जरूरी नहीं होता है.
भागवत कराड ने जनधन योजना के तहत पूछे गए अलग-अलग सवालों के जवाब में बताया कि देश के कोने-कोने में बैंकिंग सुविधाओं को पहुंचाने और ऐसे लोगों जिनके बैंक खाते नहीं हैं, उनके लिए 2014 में इस योजना की शुरुआत की गई थी. इस योजना में 10 हजार रुपए के ओवर ड्राफ्ट की सुविधा मिलती है. यानी आप वित्तीय संकट में इस खाते में पैसे नहीं रहने पर भी 10 हजार रुपए तक की निकासी कर सकते हैं. इस योजना के तहत 2 लाख रुपए का दुर्घटना बीमा कवर भी मिलता है. ऐसे ग्राहक जिन्होंने 28 अगस्त 2018 के पहले खाता खोला है तो उन्हें 1 लाख रुपए का दुर्घटना बीमा कवर मिलता है.
सरकार ने संसद में बताया कि 19 जुलाई 2023 तक कुल 49.56 करोड़ खाते खोले गए. वहीं, अंतिम तीन साल यानी वित्त वर्ष 2020 -21 में 3.94 करोड़, वित्त वर्ष 2021 -22 में 3.08 करोड़ और वित्त वर्ष 2022-23 में 3.62 करोड़ खाते खोले गए. सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की ओर से बताया गया है कि वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान 10.36 करोड़ ग्राहकों ने कोई ट्रांजैक्शन नहीं किया है. वहीं, वित्त वर्ष 2022-23 में 796 खातों पर धोखाधड़ी के खिलाफ केस दायर किया गया है.