चाय पर चर्चा नहीं जनाब….. अब चाय की चिंता कीजिए, क्योंकि महंगे तेल से दूध की कीमत में फिर उबाल जो आने वाला है. यह हम नहीं, बल्कि देश की सबसे बड़ी डेयरी कंपनी अमूल के एमडी आरएस सोढी कह रहे हैं. एनर्जी, लॉजिस्टिक्स और पैकेजिंग की बढ़ती लागत से कंपनियों पर दबाव लगातार बढ़ रहा है. सोढी साहब ने साफ-साफ कह दिया है फिलहाल दूध की कीमत स्थिर हैं, लेकिन ऐसा कब तक रहेगा कहना मुश्किल है. कीमत यहां से नीचे नहीं बल्कि ऊपर ही जाएंगी. अमूल सहित सभी प्रमुख डेयरी कंपनियों ने 5 मार्च को ही दूध की कीमत 2 रुपए लीटर बढ़ाई थी तब किसानों से खरीद लागत, ईंधन की कीमत और पैकेजिंग सामग्री के दाम बढ़ने को वजह बताया गया था.
22 मार्च के बाद बीते 16 दिनों में पेट्रोल-डीजल के दाम 10 फीसदी से ज्यादा बढ़ चुके हैं. सीएनजी भी मार्च से लेकर अबतक 12.50 रुपए किलो महंगी हो चुकी है. ईंधन की ये महंगाई आम जनता से लेकर कंपनियों तक का तेल निकाल रही है. जो दूध की कीमतों को भड़काने का काम कर रही है.
अमूल का कहना है कि ईंधन महंगा होने से पैकेजिंग, ट्रांसपोर्टेशन और एनर्जी की लागत भी लगातार बढ़ रही है. क्योंकि पेट्रोल-डीजल की कीमत रोज बढ़ रही है, इससे पशु आहार की कीमतों में भी लगातार इजाफा हो रहा है तो बात ये है कि आने वाले दिनों में दूध के दाम फिर बढ़ सकते हैं. मतलब, इसका असर आपकी जेब पर पड़ने वाला है. डीजल महंगा हुआ है तो ढुलाई भाड़े से लेकर गांवों में किसानों तक पर बुरा असर पड़ा है.
बात सिर्फ डीजल की ही नहीं है. शहर से लेकर गांव तक तकरीबन हर चीज महंगी हुई है. कोल्ड स्टोरेज में दूध स्टोर करने की लागत भी बढ़ गई है. इन्हीं सब खर्चों को देखते हुए अमूल के प्रबंध निदेशक कह रहे हैं कि दूध की लागत एक रुपया 20 पैसा प्रति लीटर बढ़ गई है.
इस हिसाब से दूध का दाम डेढ़ रुपए लीटर तक बढ़ सकता है. अभी एक लीटर अमूल दूध 60 रुपए का चल रहा है यानी आने वाले वक्त में दूध साढ़े इकसठ रुपए लीटर पर पहुंच सकता है. मतलब, महंगाई की ये मार दूध के सहारे आपके बटुए तक जल्द पहुंचने वाली है.