निवेश के लिए बाजार आजकल नए-नए विकल्प आ रहे हैं. इनमें निवेशक अपनी जरूरत और जोखिम के आधार पर पैसा लगा सकता है. इसी क्रम में आईआईएफएल फाइनेंस (IIFL Finance) ने नॉन कन्वर्टिबल डिबेंचर (NCD) इश्यू पेश किया है. कंपनी इस इश्यू के जरिए 300 करोड़ रुपए जुटाएगी. अगर निवेशक इस इश्यू में ज्यादा पैसा लगाते हैं तो कंपनी ग्रीन शू विकल्प के तहत 1500 करोड़ रुपए तक जुटा सकती है. बहुत से लोग रिस्क के कारण अपना पूरा पैसा शेयर बाजार में नहीं लगाना चाहते हैं और कुछ पैसे का सुरक्षित निवेश करना चाहते हैं. ऐसे में अगर आप भी एनसीडी इश्यू में निवेश करना चाहते हैं तो एनसीडी के बारे में अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए.
कैसा है इश्यू?
आईआईएफएल के इश्यू में आपको कम से कम 10,000 रुपए निवेश करना होगा. इसमें एक एनसीडी की फेस वैल्यू 1,000 रुपए है. अगर आप भी इसमें निवेश करना चाहते हैं तो आपके पास डीमैट अकाउंट होना जरुरी है. इसमें 24 महीने से लेकर 60 महीने तक की मैच्योरिटी वाले इस डिबेंचर में आपके लिए सात तरह के विकल्प हैं. इसमें सालाना ब्याज 8.35 फीसद से लेकर 9 फीसद तक है. ब्याज भुगतान का सालाना और छमाही पेमेंट का विकल्प है जबकि सिर्फ 5 साल के डिबेंचर में मासिक भुगतान के विकल्प हैं.
अगर IIFL फाइनेंस की तो इसका औसत इक्विटी रिटर्न लगभग 20 प्रतिशत है. इस कंपनी का ग्रॉस नॉन परफोर्मिंग एसेट यानी एनपीए (NPA) 1.84 फीसद है. यानी जोखिम प्रबंधन के मामले में कंपनी बेहतर स्थिति में है. वहीं, कंपनी का पूंजी पर्याप्तता अनुपात यानी capital adequacy ratio 20.4 प्रतिशत है. पिछले तीन वित्तीय वर्ष में कंपनी का सालाना समेकित वार्षिक राजस्व वृद्धि लगभग 15 प्रतिशत है. कंपनी ने सबसे ज्यादा लोन हाउसिंग और गोल्ड लोन सेगमेंट में 66 फीसद दिया है.
कैसा है विकल्प?
पर्सनल फाइनेंस एक्सपर्ट्स के अनुसार इस एनसीडी में सालाना नौ फीसद तक रिटर्न मिल रहा है जो बैंक एफडी की तुलना में काफी बेहतर है. लेकिन बैंक में पांच लाख रुपए तक की एफडी को बीमा कवर मिलता है लेकिन एनसीडी में इस तरह की कोई सुरक्षा नहीं होती है. अगर कोई कंपनी डिफॉल्ट करती है तो निवेशक का मूल और ब्याज दोनों डूब सकते हैं. इसलिए निवेश करने से पहले कंपनी की रेटिंग कैसी है, इस बारे में अच्छी तरह से समझ लें.