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कैसे जुड़ेगा EPF खाते में ब्याज?

कर्मचारी की बेसिक सैलरी का 12 फीसद हिस्सा पीएफ खाते में जमा होता है.

  • देवेन्द्र शर्मा
  • Last Updated : October 5, 2023, 16:49 IST
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अहमदाबाद की अर्पिता घर मरम्मत के लिए पीएफ खाते से पैसे निकालने की सोच रही हैं. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी EPFO ने उनके खाते में अभी साल 2022-23 का ब्याज नहीं जोड़ा है. अर्पिता को डर है कि अगर वो पैसे निकाल लेंगी तो उन्हें ब्याज का नुकसान हो जाएगा. पीएफ खाते में कब और कैसे जुड़ता है ब्याज, कैसे की जाती है ब्याज की गणना? चलिए समझते हैं-

निजी क्षेत्र की जिन कंपनियों में 20 से ज्यादा कर्मचारी हैं उनमें पीएफ कटता. कर्मचारी की बेसिक सैलरी का 12 फीसद हिस्सा पीएफ खाते में जमा होता है. इतना ही पैसा कंपनी की ओर से जमा किया जाता है. लेकिन कंपनी के 12 फीसद हिस्से का 8.33 हिस्सा कर्मचारी पेंशन स्कीम में जाता है. बाकी बचा 3.66 फीसद हिस्सा कर्मचारी के पीएफ खाते में जाता है. सितम्बर 2014 के बाद नौकरी में आए ऐसे कर्मचारी जिनकी बेसिक सैलरी 15000 रुपए से ज्यादा है वो पेंशन स्कीम में नहीं आते. इससे पहले के कर्मचारियों को पूरी बेसिक सैलरी पर पेंशन में अंशदान का विकल्प दिया गया है.

अगर अर्पिता की बेसिक सैलरी 50,000 रुपए है तो उनकी ओर से पीएफ में 12 फीसद के हिसाब से 6000 रुपए जाएंगे. कंपनी का कंट्रीब्यूशन भी 6000 रुपए का होगा. और अर्पिता का पेंशन फंड में कंट्रीब्यूशन 15,000 की बेसिक सैलरी पर कट रहा है. ऐसे में 8.33 फीसद के हिसाब से पेंशन खाते में 1250 रुपए जाएंगे. यानी कुल कॉन्ट्रीब्यूशन हुआ 12,000 जिसमें 1250 रुपए पेंशन में जाएंगे और 10,750 PF में जुड़ेंगे. अर्पिता कॉस्ट टू कंपनी यानी सीटीसी पर जॉब कर रही हैं तो दोनों ओर का कंट्रीब्यूशन उऩके ही खाते से कटेगा. हालांकि पीएफ खाते में हर महीने 10,750 रुपए जमा होंगे.

कैसे होती है ब्याज गणना? कर्मचारियों का पीएफ खाते में हर महीने पैसा जमा होता है. इसलिए ब्याज की गणना भी हर महीने की जाती है. ब्याज की गणना पीएफ खाते में महीने की शुरुआत में मौजूद राशि यानी Opening Balance पर की जाती है. मासिक ब्याज की गणना सालाना ब्याज दर को 12 से भाग देकर की जाती है. उदाहरण के लिए अर्पिता के पीएफ खाते में 1 सितंबर 2022 को 4,00,000 रुपए जमा थे. और वित्त वर्ष 2022-23 के लिए पीएफ पर ब्याज दर 8.15 फीसद है. साधारण ब्याज का फॉर्मूला है- मूलधनxब्याज दरxसमय /100. इस तरह सितंबर महीने का ब्याज (4,00,000×8.15×1/12×100 ) 2717 रुपए बनेगा. सितंबर में ही अर्पिता के खाते में 10,750 रुपए और जमा हो जाएंगे. सितंबर में उन्हें इस रकम पर ब्याज नहीं मिलेगा. अगले महीने यानी अक्टूबर से ब्याज की गणना 4,10,750 रुपए पर की जाएगी. इस रकम पर उऩ्हें 2790 रुपए का ब्याज मिलेगा.

लेकिन हर महीने ब्याज की जो गणना होती है इसे आपके खाते में हर महीने जमा नहीं किया जाता. महीने दर महीने ये ब्याज इकटठा होता रहेगा. वित्तीय वर्ष खत्म होने पर यानी कि 31 मार्च के बाद आपके पीएफ खाते में जमा किया जाएगा. तब ये ब्याज भी आपके पीएफ बैलेंस में जुड़़ जाएगा. पेंशन खाते में जमा होने वाली रकम पर कोई ब्याज नहीं मिलता.

…तब क्या होगा? अर्पिता की तरह बड़ी संख्या में लोगों के पीएफ खाते में वर्ष 2022-23 का ब्याज अभी तक जमा नहीं हुआ है. अगर अर्पिता अभी दो लाख रुपए निकाल लेती हैं तो क्या होगा?

ईपीएफओ के अऩुसार ब्याज भुगतान में देरी होने पर कर्मचारी को कोई नुकसान नहीं होगा. नियमों के तहत ब्याज की गणना हर महीने खाते में जमा रकम के हिसाब से होती रहेगी. अगर आप पीएफ खाते में से पैसे निकालते हैं तो निकासी के दिन तक पूरी रकम पर ब्याज की गणना की जाएगी. अगर कोई व्यक्ति रिटायर होने के बाद सितंबर 2023 में खाता बंद कर रहा है और अभी चालू वित्त वर्ष के लिए ब्याज तय नहीं हुआ है. तो ऐसी में पिछले साल की दर के आधार पर ही ब्याज का भुगतान करके खाता बंद कर दिया जाएगा.

अर्पिता अपनी जरूरत पूरी करने के लिए पीएफ खाते से कभी भी पैसे निकाल सकती हैं. इससे उन्हें मिलने वाले ब्याज के रूप में कोई नुकसान नहीं होगा. पीएफ पर ब्याज की गणना हर महीने के ओपनिंग बैलेंस के आधार पर की जाती है. अगर ब्याज मिलने में देरी हुई है तो इससे भी आपको कोई नुकसान नहीं होगा.

Published - October 5, 2023, 07:08 IST

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