एविएशन टरबाइन फ्यूल. आसान भाषा में कहें तो हवाई जहाज को चलाने वाला पेट्रोल. तो हुआ यूं है कि इस एटीएफ की कीमत कहने को तो दो फीसदी बढ़ी है लेकिन इसका असर पूरी एविएशन इंडस्ट्री पर होना तय है. दरअसल अब गर्मियों में घूमना महंगा हो जाएगा. हवाई टिकटों के दाम बढ़ेंगे तो लोग घूमने से परहेज करेंगे. और अगर ऐसा हुआ तो पहले से ही परेशान एविएशन इंडस्ट्री के माथे पर और पसीना आ जाएगा. क्योंकि एविएशन कंपनी की परिचालन लागत में करीब 50 फीसदी हिस्सा एटीएफ का होता है.
एटीएफ की कीमत अब एक लाख 12 हजार 924 रुपए प्रति किलोलीटर हो गई है. एक किलोलीटर यानी 1000 लीटर…. जेट फ्यूल के दाम हर महीने की एक और 16 तारीख को रिवाइज किए जाते हैं. पिछले महीने अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमत 14 साल के उच्चतम स्तर यानी 140 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई. इस वजह से 16 मार्च को एटीफ की कीमत एक लाख 10 हजार 666 रुपए प्रति किलोलीटर पर पहुंच गई. ये पहली बार था जब एटीएफ का दाम एक लाख रुपए प्रति किलोलीटर के ऊपर निकल गए.
हो सकता है कि आपके जेहन में ये सवाल आए कि कच्चे तेल के दाम आखिर बढ़ क्यों रहे हैं? इसके दो जवाब हैं. पहला अंतरराष्ट्रीय बाजार में जारी उठापटक. और दूसरा रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग. यही कारण है कि हवाई जहाज के ईंधन के दाम तो बढ़ ही रहे हैं, पेट्रोल डीजल के दाम भी लगातार ऊंचाई पर हैं. एयरलाइंस कंपनियां चाहती हैं कि एटीएफ को जीएसटी के दायरे में लाया जाए ताकि एकसमान टैक्स हो और कंपनियां इनपुट कॉस्ट का फायदा ले सकें.
आपको बता दें कि एविएशन इंडस्ट्री के लिए साल का सबसे अच्छा वक्त होता है- गर्मियों की छुट्टियों का वक्त. इस दौरान लोग घूमने के लिए निकल जाते हैं. पहाड़ी इलाकों से लेकर समुद्री तटों तक की यात्राएं करते हैं. इस वक्त का इंतजार एविएशन इंडस्ट्री की कंपनियां बेसब्री से करती हैं. ताकि मोटा मुनाफा कमा सकें. ताकि अपने हाल को बेहतर कर सकें. ताकि कंपटीशन में बनी रह सकें. अब ये बात भी ध्यान रखने लायक है कि घरेलू हवाई सफर के दाम एक लिमिट से अधिक ना हों इसके लिए सरकार ने कोरोना काल के दौरान कुछ सीमाएं तय की थीं…. जो अभी तक लागू हैं….. लेकिन अब इंडस्ट्री इस सीमा को खत्म करने की मांग कर रही है, जिस पर सरकार जल्द ही फैसला ले सकती है….
रिपोर्ट बताती हैं कि बोईंग 747 हर सेंकेंड करीब 4 लीटर ईंधन का इस्तेमाल करता है. यानी हर मिनट में 240 लीटर ईंधन की खपत. यानी हर घंटे में 14 हजार 400 लीटर. एक किलोमीटर का सफर तय करने के लिए बोइंग 12 लीटर ईंधन का इस्तेमाल करता है. अब समझ लीजिए… जितना महंगा ईंधन, उतना महंगा टिकट… और जितना महंगा टिकट, उतनी कम बिक्री… और टिकट का दाम जितना सस्ता, उतनी बिक्री ज्यादा. अब ऐसे में देखना ये होगा कि इस समर सीजन एविएशन इंडस्ट्री का हाल क्या रहने वाला है.
सरकार घरेलू एयरलाइंस के लिए किराया सीमा खत्म करने का फैसला ले….उससे पहले अगर टिकट बुक करा लिए जाएं तो शायद आपको थोड़ा सस्ता टिकट मिल सकता है….
हवाई टिकट के बढ़ते दाम…..
प्रमुख रूट फरवरी 2022 अप्रैल 2022 मई 2022 (संभावित)
दिल्ली-मुंबई 2165 6864 5394
दिल्ली-गोवा 3746 7704 6444
दिल्ली-चेन्नई 1754 7704 6444
दिल्ली-बेंगलुरु 2544 6968 6444
दिल्ली-लद्दाख 2034 4554 5184
दिल्ली-श्रीनगर 2500 3610 5920
दिल्ली-मैसूर 5700 8627 9152
सोर्स: गूगल ट्रैवल
एटीएफ की कीमत एक लाख रुपए के पार
तारीख कीमत
1 मार्च, 2022 93,530.66 रुपए प्रति किलो लीटर
1 अप्रैल, 2022 1,12,924.83 रुपए प्रति किलो लीटर
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