साल की शुरुआत में ही पीएफ खाताधारकों को सरकार ने बड़ा तोहफा दिया है. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने 2023-24 के लिए कर्मचारी भविष्य निधि पर ब्याज दर बढ़ा दी है. इसे 8.15 प्रतिशत से बढ़ाकर 8.25 प्रतिशत कर दिया गया है. इससे 6 करोड़ से ज्यादा पीएफ मेंबर्स को फायदा होगा. सरकार की ओर से बढ़ाई गई यह ब्याज दर तीन साल का उच्चतम स्तर है.
कर्मचारियों को इस वित्त वर्ष उनकी जमा पर दिए जाने वाले ब्याज को बढ़ाए जाने का निर्णय शनिवार को आयोजित केंद्रीय ट्रस्टी बोर्ड (CBT) की बैठक मे लिया गया. सीबीटी के फैसले के बाद 2023-24 के लिए ईपीएफ जमा पर ब्याज दर को सहमति के लिए वित्त मंत्रालय को भेजा जाएगा. सरकार की मंजूरी के बाद बढ़ी हुई ब्याज दर ईपीएफओ से जुड़े खाताधारकों के अकाउंट में जमा की जाएगी.
मार्च 2020 में निचते स्तर पर था ब्याज दर
इससे पहले ईपीएफओ ने मार्च 2023 में ब्याज दर को 2021-22 के 8.10 प्रतिशत से बढ़ाकर 8.15 प्रतिशत कर दिया था. वहीं मार्च 2022 में ईपीएफ पर ब्याज को घटाकर चार दशक के निचले स्तर 8.1 प्रतिशत कर दिया था. जबकि 2020-21 में ब्याज दर 8.5 प्रतिशत था. यह 1977-78 के बाद से सबसे कम था जब ईपीएफ ब्याज दर 8 प्रतिशत थी. मार्च 2020 में, ईपीएफओ ने भविष्य निधि जमा पर ब्याज दर को 2019-20 के लिए सात साल के निचले स्तर 8.5 प्रतिशत तक कम कर दिया, जो 2018-19 के लिए 8.65 प्रतिशत थी. 2016-17 में ब्याज दर 8.65 प्रतिशत और 2017-18 में 8.55 प्रतिशत ब्याज दर प्रदान की गई थी.