Employees Provident Fund: पीएफ क्लेम सेटलमेंट में देरी की हैरान कर देने वाली वजह सामने आई है. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि सॉफ्टवेयर अपडेशन के कारण काम में कई तरह की दिक्कतें आ रही है. ऐसे में, कर्मचारियों को मैन्युअली काम करना पड़ रहा है, जिससे उन पर काम का दबाव बढ़ गया है. काम का दबाव बढ़ने से क्लेम सेटलमेंट में देरी हो रही है. ईपीएफओ के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी है.
एचटी की रिपोर्ट के अनुसार, विभाग के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि पहले क्लेम सेटलमेंट के लिए 30 दिन का समय था, लेकिन अब यह सिर्फ 20 दिन का है. दूसरी तरफ आईटी सिस्टम में हो रही दिक्कतों के चलते कर्मचारियों को मैन्युअल जानकारी अपडेट करनी पड़ रही है. दरअसल, पुरानी आईटी सिस्टम देरी के लिए जिम्मेदार है और इसलिए सेटलमेंट में समय लग रहा है.
ईपीएफओ ने सरकार को लिखा पत्र
कर्मचारी भविष्य निधि अधिकारी संघ ने सरकार को एक पत्र लिखा है, जिसमे कहा गया है कि बिना बेहतर सॉफ्टवेयर के क्लेम रिजेक्शन रेशियों को कम नहीं किया जा सकता है. ईपीएफओ मौजूदा समय में सॉफ्टवेयर जीआईजीओ पर काम कर रहा है. तीन अक्टूबर को ईपीएफओ ने बताया कि हमारा वर्तमान एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर 2008 विंडोज का है, जिसके तहत कुछ स्टैंडर्ड सॉफ्टवेयर विंडोज विस्टा 2008, आईओएस 3 और एंड्रॉइड वेरिएंट 1 लिस्टेड हैं. ईपीएफओ ने कहा है कि साल 2019 में इसे सुधार करने के लिए प्रस्ताव दिया गया था, लेकिन अब तक यह पूरी तरह से ठीक नहीं हुआ है.अब तक इसपर कुछ सुनवाई नहीं हुई. गौरतलब है कि 1 नवंबर 2023 को ईपीएफओ का 71वां स्थापना दिवस मनाया जाएगा.
सॉफ्टवेयर की समस्या से कर्मचारी पर दबाव
पिछले कुछ सालों में ईपीएफओ महत्वपूर्ण सॉफ्टवेयर की समस्या से जूझ रहा है.खासकर पिछले दो-तीन साल में इसकी स्थिति काफी खराब हो गई है, जिससे कर्मचारियों पर अतिरिक्त दबाव बढ़ गया है. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के तहत 27.7 करोड़ से अधिक खातें हैं और करीब 20 लाख करोड़ रुपये का फंड जमा है. यह दुनिया का सबसे बड़ा सामाजिक सुरक्षा संगठन है. ऐसे में इसका बुनियादी ढांचा खराब होने से कई तरह की दिक्कतें सामने आ रही हैं.