बैंकों की फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर ब्याज दरें 7.5 फीसद के स्तर पर पहुंच गई. वर्तमान में निजी क्षेत्र के बैंक तो आठ फीसद तक का ब्याज दे रहे हैं. सीनियर सिटीजन के लिए बैंक आधा फीसद तक ज्यादा ब्याज का ऑफर कर रहे हैं. ऐसे में लंबी अवधि के लिए ऊंची ब्याज दरों का फायदा उठाने के लिए एफडी में निवेश अच्छा विकल्प है. निवेश के लिए एक वर्ग स्टॉक को वरीयता देता है. शेयर बाजार के प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स ने पिछले वित्त वर्ष में महज चार फीसद का रिटर्न दिया है. ऐसे में निवेश के लिए एफडी में निवेश किया जाए या स्टॉक में, यह एक बड़ा उलझन भरा विषय है.
निवेश के लिए दोनों ही प्रोडक्ट की अलग-अलग खूबियां हैं. दोनों का अपना रुतबा है. एक तरफ स्टॉक का भाव रोज बदलता है. इसमें कभी तेज उछाल आ जाता तो कभी नीचे लुढ़क जाता है. स्टॉक मार्केट के मूड और संबंधित कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन पर स्टॉक का उतार-चढ़ाव निर्भर करता है. दूसरी तरफ है बैंक की एफडी का ब्याज बाजार में कर्ज की मांग और जमा की रफ्तार पर निर्भर करता है. इसके अलावा बैंकों की ब्याज दरों पर आरबीआई की नीतिगत ब्याज दरों सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ता है. अगर आरबीआई (RBI) कर्ज देने की दर यानी रेपो रेट को बढ़ाता है तो बैंक अपनी जमा पर रिटर्न बढ़ाते हैं. अगर RBI रेपो दर में कटौती करता है एफडी का ब्याज भी कम हो जाता है.
एफडी पर कितना ब्याज आरबीआई अपनी नीतिगत ब्याज दर रेपो में मई 2022 से अब तक रेपो दर में छह बार वृद्धि कर चुका है. इस दौरान केंद्रीय बैंक की प्रमुख दर चार फीसद से बढ़कर 6.5 फीसद पर पहुंच गई. आरबीआई से कदमताल करते हुए बैंकों ने भी अपनी एफडी की दरों में वृद्धि की है. मई 2022 में एफडी का रिटर्न जो पांच-साढ़े पांच के आसपास था अब वह करीब ढाई फीसद तक बढ़कर आठ फीसद तक पहुंच गया है. सरकारी बैंकों की तुलना में निजी क्षेत्र के बैंक बेहतर रिटर्न दे रहे हैं.
बैंकों की 1 से 5 साल की एफडी पर ब्याज (% में)
स्टॉक में रिटर्न एफडी की तरह शेयर बाजार में निश्चित रिटर्न की कोई गारंटी नहीं होती. वर्ष 2022 में शेयर बाजार ने बड़े उतार-चढ़ाव देखे हैं. साल 2022 में बीएसई के इंडेक्स सेंसेक्स का रिटर्न महज चार फीसद रहा है. इस दौरान कई दिग्गज स्टॉक 50 परसेंट तक का गोता खा गए. साल 2023 में भी शेयर बाजार का रुख अभी तक अच्छा नहीं रहा है. जनवरी से लेकर अब तक निफ्टी ने करीब पौना फीसद का निगेटिव रिटर्न दिया है. हालांकि बाजार के जानकार मानते हैं कि शेयर बाजार में पांच साल की लंबी अवधि में 12 से 13 फीसद तक के औसत रिटर्न की उम्मीद कर सकते हैं. किस व्यक्ति के लिए क्या है बेहतर विकल्प, इसके लिए देखिए मनी9 का यह खास शो-
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