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अगर आप अपना घर किराये पर देते हैं तो आप इसके लिए Rent Agreement करते हैं. आपके पास इसे नोटराइज्ड या रजिस्टर्ड कराने का विकल्प होता है.
High-rise Building: जीडीसीआर-2017 के नियमन में संशोधन की प्रारंभिक अधिसूचना में उठाई गई आपत्तियों पर विचार के बाद अधिसूचना को मंजूरी दे दी है
Housing Sales: रिपोर्ट के मुताबिक NCR में जुलाई 2020 से मार्च 2021 तक बिके 21,750 घरों में से 85% खरीदार ऐसे थे जिन्हें अपना पहला आशियाना मिला है.
घर के लिए लोन देते वक्त बैंक RBI के तय किए गए एक खास नियम पर चलते हैं. ये नियम लोन टू वैल्यू (LTV) रेशियो के आधार पर होम लोन देने का है.
किराएदारों को प्रॉपर्टी टैक्स, मेंटेनेंस और EMI की कोई टेंशन नहीं होती है, जबकि घर एक लॉन्ग-टर्म एसेट है. यहां हम इन दोनों के नफे-नुकसान बता रहे हैं.
कोविड के चलते और शहर की भीड़भाड़ से बचने के लिए अहमदाबाद में कई लोगों ने शहर से 10-20 किमी दूर वीकेंड होम और Farm House में पैसा लगाया है.
Leave & License: इसमें आप किरायेदार को सिर्फ एक राइट देते हैं कि वह प्रॉपर्टी का यूज कर सकता है, लेकिन कानूनी रुप से कब्जा मकान मालिक के पास ही रहेगा.
DP: अगर आप घर खरीदने जा रहे हैं तो इसकी कीमत का 80 फीसदी तक पैसा ही आपको लोन के तौर पर मिलता है, बकाया रकम आपको खुद जुटानी होती है.
Property: अंडर कंस्ट्रक्शन प्रॉपर्टी में इनवेस्ट करने से पहले इसके ऑक्युपेंसी सर्टिफिकेट और कंप्लीशन सर्टिफिकेट जरूर देख लें.
RERA आने के बाद बिल्डर्स के लिए कारपेट एरिया पर फ्लैट बेचना अनिवार्य कर दिया गया है. इसलिए जितनी ज्यादा जगह होगी, कीमत भी उतनी अधिक होगी.