Post Office Scheme: पोस्ट ऑफिस स्कीमें अपने नेटवर्क के जरिए आसान प्रक्रिया, सुरक्षित निवेश और अच्छे रिटर्न के लिए निवेशकों के पोर्टफोलियो में जगह बना चुकी हैं. पोस्ट ऑफिस की ढेरों बचत योजनाओं में एक स्कीम ऐसी भी है जो ना सिर्फ फिक्स्ड डिपॉजिट से बेहतर रिटर्न दे रही है बल्कि आपके निवेश पर ब्याज हर महीने आपके खाते में जमा करेगी. ये है पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम (Post Office Monthly Income Scheme) जिसपर 6.6 फीसदी का सालाना ब्याज मिल रहा है.
अगर इसकी तुलना मौजूदा फिक्स्ड डिपॉजिट दरें से करें तो पाएंगे कि ये स्कीम ज्यादा रिटर्न दे रही है. जनरल कैटेगरी में अधिक्तर बैंक 5.75-5.5 फीसदी का अधिकतम रिटर्न दे रहे हैं. इसमें भी निवेश रकम और अवधि के आधार पर रिटर्न अलग है. ऐसे में पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम पर 6.6 फीसदी का रिटर्न मिल रहा है.
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (Post Office Monthly Income Scheme) की खासियत है कि इसपर मिला ब्याज हर महीने आपके खाते में आता रहेगा. यानि ब्याज के लिए आपको फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे पूरी मैच्योरिटी तक इंतजार नहीं करना होगा. 1000 रुपये के न्यनतम निवेश के जरिए इस स्कीम में निवेश शुरू किया जा सकता है. 1000 रुपये से शुरुआत के बाद आप 100 रुपये की किस्तों में भी निवेश कर सकते हैं. स्कीम में अधिक्तम 4.5 लाख रुपये निवेश कर सकते हैं लेकिन अगर आपका जॉइंट अकाउंट है तो अधिकतम निवेश की सीमा 9 लाख रुपये है. जॉइंट खाते में होल्डर्स की हिस्सेदारी बराबरी की होगी. लेकिन जॉइंट अकाउंट में भी एक होल्डर की ओर से अधिकतम 4.5 लाख रुपये ही निवेश कर सकते हैं.
लेकिन वहीं अगर आप अपने बच्चों के नाम पर खाता खुलवाते हैं तो उसकी सीमा अलग होगी.
18 साल से ऊपर का कोई भी व्यक्ति पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (Post Office Monthly Income Scheme) में निवेश कर सकता है. वहीं 3 लोग मिलकर जॉइंट खाता खुलवा सकते हैं. वहीं किसी माइनर के नाम पर अभिभावक भी खाता खुलवा सकते हैं. वहीं 10 साल से ऊपर के माइनर अपने नाम से भी ये खाता खुलवा सकते हैं. इससे उनमें ना सिर्फ बचत की आदत बनेगी बल्कि निवेश की समझ भी आएगी.
(Post Office Monthly Income Scheme) खाता खोलने के एक महीने पूरे होने पर ब्याज दिया जाएगा और स्कीम की मैच्योरिटी तक ये जारी रहेगा. हालांकि अगर आपक ब्याज नहीं वसूलते हैं तो उस ब्याज पर ब्याज नहीं मिलेगा. अगर आप लिमिट से ज्यादा निवेश कर देते हैं तो रिफंड होने तक उस रकम पर पोस्ट ऑफिस खाते जैसे ब्याज मिलेंगे. इस स्कीम से मिल रहे इंट्रस्ट इनकम को ऑटो-क्रेडिट कर सकते हैं यानि सीधे आपके सेविंग खाते में ये रकम चली जाएगी. इस स्कीम से हुई कमाई आपकी इनकम में जोड़ी जाएगी उस हिसाब से ही टैक्स लगेगा.
स्कीम की मैच्योरिटी 5 साल है, अगर इससे पहले रकम निकालते हैं तो कुछ चार्ज भी लगेंगे. 1 साल पूरे होने से पहले स्कीम से पैसे निकालने की सुविधा नहीं है. वहीं अगर 3 साल से पहले खाता बंद करते हैं तो मूल रकम का 2 फीसदी चार्ज लगेगा. वहीं 5 साल से पहले इसे बंद करने पर 1 फीसदी का चार्ज लगेगा. 5 साल बाद आप खाता बंद कर सकते हैं. अगर अकाउंट होल्डर की मृत्यु हो जाती है तो उनके नॉमिनी को रकम दी जाएगी.
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