मल्टीकैप फंड ऐसे डायवर्सिफाइड इक्विटी फंड होते हैं जो कि अलग—अलग तरह की मार्केट कैप वाली कंपनियों के शेयरों में निवेश करते हैं. यानी एक ही फंड में निवेश करके आपको कई तरह की कंपनियों में निवेश का फायदा मिल जाता है. मल्टीकैप फंड उन निवेशकों के शेयर बाजार में उतरने के लिए अच्छा है जो खुद इस माथापच्ची में नहीं पड़ना चाहते कि कौन से शेयर का चुनाव करें या किस तरह के मार्केट कैप वाला शेयर चुनना सही रहेगा.
यह उन निवेशकों के लिए उपयुक्त है जो मध्यम दर्जे का जोखिम चाहते हैं और लॉन्ग टर्म के लिए निवेश कर सकते हैं. यह उन नए निवेशकों के लिए उपयोगी होते हैं जो अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाना चाहते हैं. यानी लार्जकैप, स्मॉलकैप और मिडकैप शेयरों को एक ही पोर्टफोलियो में रखकर निवेश करना चाहते हैं. ऐसा करने से जोखिम मध्यम स्तर कम होता है और यह उतार-चढ़ाव वाले बाजार में भी अधिक प्रभावी होता है.
फ्लेक्सी फंड से कितने अलग? कई लोग मल्टी कैप और फ्लेक्सी कैप फंड को एक ही समझ लेते हैं. ये दोनों फंड एक ही तरह के नेचर के होने की वजह से जुड़वा जैसे लगते हैं. दोनों में ज्यादा निवेश इक्विटी यानी शेयरों में किया जाता है. दोनों तरह के फंड में लार्जकप, मिडकैप और स्मॉलकैप कंपनियों में निवेश किया जाता है. लेकिन मूल अंतर यह है कि फ्लेक्सीकैप फंड्स को निवेश के मामले में ज्यादा फ्लेक्सिबिलिटी यानी लचीलापन हासिल होता है. वे आसानी से 65 फीसद इक्विटी निवेश की सीमा में लार्जकैप, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में पोर्टफोलियो को बदलते रह सकते हैं. लेकिन मल्टीकैप फंड में रेश्यो फिक्स कर दिया गया है.
किस तरह का मिलता है रिटर्न? अब यह जान लीजिए कि मल्टीकैप फंड्स पर रिटर्न किस तरह से मिला है. मल्टीकैप फंड लॉन्ग टर्म में अच्छा रिटर्न देते हैं. अगर अच्छे रिटर्न देने वाले टॉप फंड्स की बात करें तो वैल्यू रिसर्च के मुताबिक Baroda BNP Paribas Multi Cap Fund ने तीन साल में करीब 31 फीसद और पांच साल में 14 फीसद का रिटर्न दिया है. इसी तरह Kotak India Growth Fund ने तीन साल में करीब 37 फीसदी और पांच साल में करीब 18 फीसदी का रिटर्न दिया है. इसी तरह ICICI Prudential Multicap Fund ने तीन साल में करीब 31 फीसद और पांच साल में करीब 14 फीसद का रिटर्न दिया है.
तो कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि मल्टीकैप फंड उन निवेशकों के लिए काफी राहत लेकर आए हैं, जो शेयरों या फंड का चुनाव नहीं कर पाते. इन फंड्स में निवेश से आपको डायवर्सिफिकेशन का फायदा मिलता है. ऐसे निवेशक जो 5 साल से ऊपर के लॉन्ग टर्म के लिए पैसा लगा सकते हैं, वे मल्टीकैप फंड में निवेश कर अच्छा रिटर्न कमा सकते हैं.
मल्टीकैप फंड डायवर्सिफिकेशन और लॉन्ग टर्म के वेल्थ क्रिएशन के लिए बेहतर विकल्प हैं, लेकिन इस बात का ध्यान रखिए कि ये शॉर्ट टर्म के लिए इनमें निवेश करना काफी जोखिम भरा हो सकता है, क्योंकि इनमें कम से कम 50 फीसदी निवेश स्मॉल और मिडकैप शेयरों में होता है. शॉर्ट टर्म के लिए इन दोनों तरह के शेयरों में निवेश काफी जोखिम भरा होता है.
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