म्यूचुअल फंडों (Mutual Funds) ने मार्च में शेयरों की रिकॉर्ड खरीदारी की है. घरेलू शेयर बाजार से म्यूचुअल फंडों ने 45,120 करोड़ रुपये के स्टॉक खरीदे. किसी एक महीने म्यूचुअल फंडों की तरफ से की गई यह सबसे बड़ी खरीदारी है. यह खरीदारी मार्च में उस समय हुई जब शेयर बाजार के कुछ कारोबारी दिनों में मिड तथा स्मॉल कैप शेयरों में बड़ी गिरावट दिखी थी. साथ ही ब्लू चिप कंपनियों में ब्लॉक डील देखी जा रही थी. म्यूचुअल फंडों के अधिकारियों का कहना है कि मार्च के अंतिम 15 दिन बाजार में गिरावट के समय जमकर खरीदारी हुई.
मार्च में म्यूचुअल फंडों ने की रिकॉर्ड खरीदारी
मार्च में हुई शेयरों की यह खरीदारी इस साल फरवरी की खरीद के मुकाबले करीब 3 गुना ज्यादा है. इससे पहले मार्च 2020 में रिकॉर्ड खरीद हुई थी. उस समय म्यूचुअल फंडों ने भारतीय शेयरों में 30,300 करोड़ रुपये निवेश किये थे. इस वर्ष जनवरी से अब तक म्यूचुअल फंडों ने 85,200 करोड़ रुपये के शुद्ध इक्विटी खरीदे हैं जो पिछले साल के मुकाबले लगभग आधी है. पिछले साल पूरे वर्ष में 1.7 लाख करोड़ रुपये की खरीदारी हुई थी.
देसी निवेशकों का कुल निवेश बढ़ा
एक म्युचुअल फंड कंपनी के बड़े अधिकारी ने कहा कि महीने के दूसरे पखवाड़े यानी अंतिम 15 दिन में इक्विटी फंडों में जबरदस्त इनफ्लो देखा गया जिसके चलते भारतीय शेयरों में जमकर निवेश किया गया. म्यूचुअल फंडों के बढ़ने से देसी निवेशकों का कुल निवेश भी बढ़कर 56,300 करोड़ रुपये हो गया. हालांकि इनमें म्यूचुअल फंडों के अलावा बीमा कंपनियां और पेंशन फंड्स भी शामिल हैं.
ITC,TCS और इंटरग्लोब एविएशन में जबरदस्त खरीदारी
मार्च में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक यानी FPI ने भी 30,900 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की. दरअसल, मार्च में आईटीसी, टीसीएस और इंटरग्लोब एविएशन जैसी नामी कंपनियों के शेयरों की जबरदस्त बिक्री हुई. यही वजह है कि म्यूचुअल फंड और एफपीआई से एक ही महीने में इतनी ज्यादा खरीदारी दिखी.
ब्लॉक डील के जरिये 10,000 करोड़ रुपये निवेश
म्यूचुअल फंडों ने ब्लॉक डील के माध्यम से लगभग 10,000 करोड़ रुपये निवेश किये. आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड ने ही मार्च की शुरुआत में एक ब्लॉक डील के जरिए आईटीसी के करीब 5,000 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे. वहीं, एसबीआई म्यूचुअल फंड और निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड ने एस्टर डीएम हेल्थकेयर में भी 1,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया. एसबीआई म्यूचुअल फंड ने आवास फाइनैंशियर्स में 860 करोड़ रुपये का बड़ा निवेश किया .
म्यूचुअल फंडों में खरीदारी तीन बातों पर निर्भर
म्यूचुअल फंडों के शेयर की खरीदारी मुख्यतः तीन बातों पर निर्भर करती है- निवेशकों की तरफ से इनफ्लो, कैश होल्डिंग में बदलाव और हाइब्रिड फंड पोर्टफोलियो की एसेट श्रेणियों में बदलाव. मोतीलाल ओसवाल की एक रिपोर्ट के अनुसार, टॉप 20 फंड कंपनियों की इक्विटी स्कीम में फरवरी, 2024 के अंत में करीब 5.2 फीसद नकदी थी. इस हिसाब से अगर सभी इक्विटी म्यूचुअल फंड योजनाओं में 5 फीसद भी नकद रखा हो तो इक्विटी फंड के पास कुल नकदी 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा होगी.
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