लगातार आठ महीनों तक रकम निकासी के बाद इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में मार्च में 9,115 करोड़ रुपये का नेट इनफ्लो हुआ है. मार्केट में गिरावट के दौर में यह निवेश हुआ है. मल्टी कैप और वैल्यू फंड कैटेगरीज को छोड़ दिया जाए तो सभी इक्विटी स्कीमों में पिछले महीने निवेश आया है. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों से इस बात का पता चलता है.
हालांकि, पिछले महीने निवेशकों ने डेट म्यूचुअल फंड्स से 52,528 करोड़ रुपये की निकासी की है. फरवरी में इन्होंने डेट म्यूचुअल फंड्स में 1,735 करोड़ रुपये का नेट निवेश किया था. एडवांस टैक्स पेमेंट्स और साल के अंत की दूसरी प्रतिबद्धताओं के चलते डेट फंड्स से इतनी बड़ी निकासी हुई है.
कुल मिलाकर म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के सभी सेगमेंट से 29,745 करोड़ रुपये की नेट निकासी हुई है. इसके उलट फरवरी में म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में 4,090 करोड़ रुपये का नेट इनफ्लो आया था.
आंकड़ों के मुताबिक, इक्विटी और इक्विटी लिंक्ड ओपन-एंडेड स्कीमों में मार्च में 9,115 करोड़ रुपये का नेट इनवेस्टमेंट रहा है. फरवरी में इन स्कीमों से 4,534 करोड़ रुपये की नेट निकासी हुई थी.
इस नेट निवेश से पहले इक्विटी स्कीमों में जुलाई 2020 से लगातार नेट आउटफ्लो देखा जा रहा था. मॉर्निंगस्टार इंडिया के डायरेक्टर (मैनेजर रिसर्च) कौस्तुभ बेलापुरकर के मुताबिक, “हालांकि, अभी किसी भी तरह का नतीजा निकालना जल्दबाजी होगी, लेकिन ऐसा लग रहा है कि इक्विटी निवेशक मार्केट में गिरावट का इंतजार कर रहे थे और उन्होंने इक्विटीज में लॉन्ग टर्म के लिहाज से निवेश को शुरू कर दिया है.”
इक्विटी कैटेगरी में ESG (एनवायरनमेंटल, सोशल और गवर्नेंस) की अगुवाई में थीमेटिक फंड्स में 2,009 करोड़ रुपये का सबसे ज्यादा इनवेस्टमेंट आया है. इसके बाद टैक्स बचाने वाले ELSS फंड्स में 1,522 करोड़ रुपये, मिड-कैप में 1,502 करोड़ रुपये और फ्लेक्सी-कैप फंड्स में 1,386 करोड़ रुपये की नेट खरीदारी देखी गई है.