असुरक्षित कर्ज (unsecured loan) को लेकर आरबीआई (RBI) की चिंता सही साबित होती नजर आ रही है. क्रेडिट कार्ड पर लोग कर्ज तो ले रहे हैं लेकिन उसका समय पर भुगतान नहीं कर रहे. इस वजह से क्रेडिट कार्ड का फंसा कर्ज यानी एऩपीए (NPA) बढ़ रहा है. क्रेडिट इनफॉर्मेशन कंपनी ट्रांस यूनियन सिबिल (Cibil) की रिपोर्ट के मुताबिक मार्च 2023 में क्रेडिट कार्ड का एनपीए 2.94 फीसद पर पहुंच गया.
रिपोर्ट में कहा गया है कि क्रेडिट कार्ड और पर्सनल लोन एनपीए सबसे ज्यादा तेजी से बढ़ा है. बीते दो साल में अनसिक्योर्ड रिटेल लोन में 47 फीसद का इजाफा हुआ है. मार्च 2021 से मार्च 2023 के बीच देश में छोटे अनसिक्योर्ड रिटेल लोन में सालाना आधार पर 47 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. मार्गेज लोन को छोड़कर वित्त वर्ष 2023 में सभी क्रेडिट प्रोडक्ट ने दोहरे अंक में वृद्धि हासिल की है. सालाना आधार पर प्रोडक्ट कैटेगिरी के हिसाब से कुल कर्ज में 14 से 38 फीसद तक की वृद्धि हुई.
रिपोर्ट के अनुसार, ऐसा कर्ज जिसका 90 दिन से अधिक तक क्रेडिट कार्ड पर बकाया का भुगतान नहीं होने के मामले 2.94 फीसद रहे हैं. जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 0.66 फीसद ज्यादा है. वहीं, पर्सनल लोन के लिए यह 0.4 फीसद सुधार के साथ 0.94 फीसद हो गया.
लोन देने में सतर्कता
हालांकि अब बैंक और वित्तीय संस्थान लोन देने में सतर्कता बरत रहे हैं. इस वजह से सभी तरह के कर्जों के अप्रूवल रेट में कमी आई है. न्यू टू क्रेडिट (एनटीसी) कन्ज्यूमर्स ने पिछले साल की तुलना में सभी तरह के कर्ज में अप्रूवल रेट में गिरावट का अनुभव किया है. नया कर्ज लेने वाले यानी NCT कस्टमर्स के लिए मार्च 2021 में लोन अप्रूव होने की दरों में 28 फीसद गिरावट रही. हालांकि मार्च 2023 तिमाही में यह दर 23 फीसद हो गई.
RBI पहले ही कर चुका है आगाह
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने पिछले दिनों असुरक्षित लोन को लेकर बैंकों को आगाह किया था कि इस बारे में सतर्कता बरतें. उन्होंने कहा था भारतीय बैंकों को किसी अनिश्चित झटके को सहने के लिए तैयार रहना चाहिए. बैंक प्रबंधन को समय समय पर रिस्क का आकलन करने की जरूरत है. बैंकों को अपने पास पर्याप्त पूंजी तथा लिक्विडिटी बनाए रखना होगा.