देश के सूक्ष्म वित्त संस्थानों (एमएफआई) की अग्रणी संस्था माइक्रोफाइनेंस इंडस्ट्री नेटवर्क (एमएफआईएन) ने कहा है कि अन्य विनियमित इकाइयों के बीच एनबीएफसी-एमएफआई सबसे बड़े सूक्ष्म ऋण प्रदाता हैं.
वर्ष 2022-23 के लिए एमएफआईएन द्वारा तैयार एमएफआई क्षेत्र की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि सूक्ष्म वित्त क्षेत्र में एनबीएफसी-एमएफआई ने 31 मार्च, 2023 तक 1,38,310 करोड़ रुपये के बकाया ऋण के साथ वित्तपोषण प्रदान किया, जो कि कुल उद्योग पोर्टफोलियो का 39.7 प्रतिशत है.
दूसरी ओर बैंक 1,19,133 करोड़ रुपये के कुल बकाया कर्ज के साथ सूक्ष्म ऋण पोर्टफोलियो में दूसरी सबसे बड़ी हिस्सेदारी रखते हैं। यह सूक्ष्म वित्त क्षेत्र में कुल वित्तपोषण का 34.2 प्रतिशत बैठता है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि लघु वित्त बैंकों (एसएफबी) की कुल वित्तपोषण में 16.6 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जिसने 57,828 करोड़ रुपये का वित्तपोषण किया है. पिछले वित्त वर्ष के अंत में कुल एमएफआई पोर्टफोलियो 3,48,339 करोड़ रुपये का था.
रिपोर्ट के अनुसार, एमएफआई क्षेत्र में विकास की अपार संभावनाएं हैं। एमएफआईएन का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान बाजार का आकार लगभग 13 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है. एमएफआईएन ने कहा कि नए नियमों ने सूक्ष्म वित्त परिचालन में प्रशासन को मजबूत करने में मदद की है.