ऑफिस में काम कर रहे मनोज के पास कार पर पर्सनल लोन के लिए फोन आया. मनोज को तो अभी तक यही पता था कि कार खरीदने के लिए ही लोन मिलता है लेकिन कार पर पर्सनल लोन मिलता है यह उन्होंने पहली बार सुना है. अगर मनोज की तरह आप भी हैरान है तो जवाब है हां. बिल्कुल मिल सकता है. जिस तरह प्रॉपर्टी गिरवी रखकर कर्ज लिया जाता है ठीक उसी तरह कार के बदले भी कर्ज मिलता है.
कौन ले सकता है लोन?
कार के एवज में लोन यानी लोन अगेंस्ट कार सिक्योर्ड लोन है. जहां आपकी गाड़ी कोलेटरल यानी एक तरह से गारंटी के रूप में काम करती है. लोन की प्रक्रिया त्वरित और झंझट से दूर है, जो इसे इमरजेंसी में पूंजी जुटाने के लिए एक बेहतर विकल्प बनाता है. 21 साल से ऊपर और 70 साल से कम उम्र के लोग लोन के आवेदन कर सकते हैं. वेतनभोगी व्यक्ति के लिए उम्र की सीमा 60 वर्ष है..
कितना मिलेगा लोन?
ज्यादातर बैंक और एनबीएफसी कार के एवज में लोन की पेशकश करते हैं. आप इनकी वेबसाइट पर जाकर या फिर सीधे बैंक जाकर लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं. आवदेन करने के बाद वित्तीय संस्थान की ओर से कार का वैल्युएशन निकाला जाता है. आमतौर पर कार की वैल्यू का 50 से 150 फीसदी तक कर्ज मिल सकता है. अब इसे उदाहरण से समझते हैं.
मान लीजिए, मनोज अपनी कार पर लोन लेते हैं तो बैंक उनकी कार की वैल्यूएशन कराएगा. उनकी गाड़ी की वैल्यू 5 लाख रुपए निकलती है तो मनोज को ढाई लाख से लेकर 7.50 लाख रुपए तक लोन के रूप में मिल सकते हैं.
कितनी अवधि के लिए मिलेगा?
कर्ज की रकम का फैसला करते वक्त बैंक या एनबीएफसी आपकी कमाई, मौजूदा समय में चल रहे लोन की टाइम पर अदायगी और क्रेडिट हिस्ट्री जैसी चीजें भी खंगालते हैं. कर्ज चुकाने की अवधि 12 महीने से लेकर 84 महीने होती है. कुछ मामलों में यह ज्यादा भी हो सकती है. इसके अलावा, वित्तीय संस्थान 1 से 3 फीसदी तक प्रोसेसिंग फीस वसूलते हैं. और तो और लोन अवधि से पहले लोन चुकाने पर आपसे फोरक्लोजर चार्ज (Foreclosure Charge) भी मांगा जा सकता है.
कितना लगेगा ब्याज?
कार के बदले कर्ज के मामले में ब्याज दर आमतौर पर करीब 14 फीसदी से लेकर 18 फीसदी तक जाती है. IDFC फर्स्ट बैंक की ब्याज दरें 14.49 फीसदी से जबकि HDFC बैंक की दरें 13.75 फीसदी से शुरू होती हैं. एचडीएफसी बैंक पर्सनल लोन के मुकाबले 2 फीसदी कम दर पर कर्ज देने का दावा करता है. अलग-अलग वित्तीय संस्थाओं की ब्याज दरें अलग-अलग होती हैं. जरूरत के वक्त में किसी एसेट के बदले कर्ज लेना अपने गोल आधारित निवेश को तोड़ने से ज्यादा बेहतर माना जाता है.
किन गाड़ियों पर नहीं मिलता है लोन?
आमतौर पर 10 साल से कम पुरानी कार पर ही लोन दिया जाता है. गाड़ी इससे ज्यादा पुरानी होने पर लोन देने से मना किया जा सकता है. अगर आपके पास सभी जरूरी सरकारी मंजूरियां नहीं है तो भी लोन नहीं मिलेगा. जिन गाड़ियों के मॉडल आना बंद हो चुके हैं. उनके लिए भी बैंक कर्ज देने से इनकार कर सकते हैं. इसके अलावा, कमर्शियल यानी पीली नंबर प्लेट वाली गाड़ी पर भी लोन लेने में दिक्कत हो सकती है.
कार अगेंस्ट लोन की कहानी तो मनोज समझ गए. लेकिन उनके और शायद आपके मन में भी एक दुविधा होगी. क्या लोन लेने के बाद बैंक आपकी गाड़ी ले लेंगे. तो ऐसा नहीं है. आप जब तक लोन की किस्त चुकाते रहेंगे तब तक गाड़ी चलाते रहेंगे. किस्त नहीं चुकाने पर बैंक के पास गाड़ी जब्त करने का कानूनी अधिकार है. कार अगेंस्ट लोन के लिए आवेदन करने से पहले वित्तीय संस्थानों की ब्याज दरों और रिपेमेंट की शर्तों की तुलना करें. बैंक से बात करके ब्याज दरें कम कराने की कोशिश करें. हड़बड़ी में कोई फैसला न लें.
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