डिजिटल ऋण क्षेत्र ने इस वित्तीय वर्ष में जबरदस्त तेजी दर्ज की है. डिजिटल लेंडरों ने वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में करीब 2.2 करोड़ ऋण बांटे हैं, जिसके चलते इसके वॉल्यूम में 31 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई है, लिहाजा डिजिटल लोन लेने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है. इसके अलावा वैल्यू में 32 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इस बात की पुष्टि फिनटेक एसोसिएशन फॉर कंज्यूमर एम्पावरमेंट (FACE) की एक रिपोर्ट में हुई है.
रिपोर्ट के अनुसार, सदस्य कंपनियों ने जो ऋण वितरित किए है उसमें साल-दर-साल 31 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिली है. ये पिछली तिमाही की तुलना में 16 प्रतिशत ज्यादा है. रिपोर्ट के तहत 36 सदस्य कंपनियों के डिस्बर्समेंट डेटा का विश्लेषण किया गया है. डेटा पर नजर डालें तो वित्त वर्ष 24 की पहली तिमाही में डिस्बर्समेंट वैल्यू 32 प्रतिशत बढ़कर 29,875 करोड़ रुपए हो गया, जो पिछले वर्ष इस समय22,682 करोड़ रुपए था. वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में औसत टिकट का आकार 11,043 रुपए था, हालांकि विभिन्न कंपनियों में काफी अंतर पाया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि तीन-चौथाई कंपनियों ने वित्त वर्ष 2023 की तुलना में इस साल सकारात्मक वार्षिक वृद्धि दर्ज की है.
FACE के सीईओ का कहना है कि आरबीआई की ओर से अकाउंट एग्रीगेटर (एए) फ्रेमवर्क के लागू होने से वित्तीय डेटा का इस्तेमाल आसान हुआ है. यही वजह है कि फिनटेक ऋणदाता इसे तेजी से अपना रहे हैं. FACE की एक चौथाई से अधिक सदस्य कंपनियां पहले से ही AA ढांचे का लाभ उठा रही हैं, और अपने ऋण का लगभग 4 प्रतिशत उसी के माध्यम से वितरित कर रही हैं.