Financial Planning: कमाने के साथ-साथ हमें चिंता बचत की भी होती है. क्योंकि, बचत नहीं तो कुछ नहीं. ये बात कोरोना काल में भी हमें समझ आ गई. लेकिन, बचत ही काफी नहीं, इसके साथ होनी चाहिए पूरी फाइनेंशियल प्लानिंग(Financial Planning). क्योंकि, पैसा किसी एक इंस्ट्रूमेंट में लगाना काफी नहीं. जरूरी है कि आप अपने फंड डाइवर्सिफाइड रखें यानी मल्टीपल स्कीम्स में अपना पैसा इन्वेस्ट करें. आज हम बताएंगे कैसे होनी चाहिए आपकी फाइनेंशियल प्लानिंग (Financial Planning) और कौन से वो प्रोडक्ट्स हैं जिनमें करना चाहिए निवेश. Money9 की एडिटर-पर्सनल फाइनेंस प्रियंका संभव ने बात की इकोनॉमिस्ट और फाइनेंस एक्सपर्ट डॉ. शरद कोहली के साथ, जिन्होंने बताया कैसी होनी चाहिए आपका इन्वेस्टमेंट प्लान…
1. कौन से प्रोडक्ट हैं जो पहली पसंद होने चाहिए और क्यों? इन्वेस्टमेंट (Investment) के लिए सबसे पहले जरूरी- 3 पिलर्स होते हैं. सबसे पहले आपकी उम्र क्या है. दूसरा आपके गोल्स क्या हैं? और तीसरा आपकी रिस्क लेने की क्षमता कितनी है. नए निवेशक को तीनों चीजों का ध्यान रखना चाहिए. साथ ही इन चीजों के लिए ध्यान रखना चाहिए कि इन्वेस्ट किस चीज के लिए कर रहे हैं. पढ़ाई के लिए, शादी के लिए या कोई रिटायरमेंट प्लान है. ऐसे में निवेश का तरीका बदल जाता है. लंबी अवधि के लिए प्रोडक्ट जो चुनने चाहिए उनमें PPF, NSC होते हैं, जहां एक Fixed रिटर्न मिलता है. इसके अलावा म्यूचुअल फंड्स होते हैं. गोल्ड-सिल्वर में इन्वेस्टमेंट. रिस्क टेकिंग कैटेगरी में लोग शेयर मार्केट में निवेश करते हैं.
2. पोर्टफोलियो बनाने के लिए फंड एलोकेशन कैसे होने चाहिए? किस स्कीम में कितना पैसा लगाना चाहिए. शरद कोहली का मानना है कि ज्यादा पैसा तो सेफ रखना चाहिए. भले ही रिटर्न थोड़ा कम आए. 50 फीसदी पैसा आपको फिक्स रखना (Fixed Deposit) चाहिए, जहां से एक फिक्स रेट से रिटर्न आ रहा है. 6-7 फीसदी तक रिटर्न मिल जाता है. PPF, NSC में भी कम्पाउडिंग के साथ 7-8 फीसदी का रिटर्न देते हैं.
3. 50 फीसदी कहां रखना चाहिए? म्यूचुअल फंड में निवेश कितना होना चाहिए? शरद कोहली के मुताबिक, शुरू-शुरू में बैंक में FD कराना ज्यादा सेफ है. क्योंकि, रिटर्न थोड़ा कम है, लेकिन पैसा सेफ है. आगे जाकर इसे कम कर सकते हैं. 10-15 फीसदी गोल्ड-सिल्वर में जरूर इन्वेस्ट करना चाहिए. क्योंकि, जिस रफ्तार से दो साल में यहां रिटर्न मिला है, इसके आगे भी अच्छे संकेत दिखाई देते हैं. 20 फीसदी पैसा म्यूचुअल फंड्स के लिए रखें. शुरुआत में डेट, बैलेंस फंड या इक्विटी में निवेश कर सकते हैं. बाकी बचा 15 फीसदी लिक्विडिटी के रूप में अपने पास रखना चाहिए.
4. 15 फीसदी कैश के रूप में रखें या फिर उसे भी धीरे-धीरे कहीं इन्वेस्ट करते रहें? शरद के मुताबिक, 10-15 फीसदी आपको अपने हाथ में ही रखना चाहिए. लेकिन, उसमें से भी एक इंश्योरेंस प्लान (Insurance Plan) खरीदना चाहिए. क्योंकि, वो आपके भविष्य को सुरक्षित करता है. लाइफ इंश्योरेंस या मेडिकल इंश्योरेंस जरूर होना चाहिए.
5. घटते ब्याज से भी क्या आपको अपने प्रोडक्ट से स्विच करना चाहिए? समय-समय पर इस मामले में एडवाइज बदल जाती है. महामारी के बाद हम किसी और तरीके से बात करेंगे. कोरोना न होता तो बात कुछ और होती. ऐसे में अपने प्रोडक्ट का रिव्यू करते रहना बहुत जरूरी है. जरूरत के हिसाब से अपने निवेश को भी बदलने की जरूरत होती है.
शरद कोहली की कमाल की टिप्स: अच्छा निवेशक बनने के लिए Money9 जरूर देखना होगा. यहां आपके पैसे की बात होती है. आपके पैसे को ज्यादा कमाऊ बनाने की बात होती है. निवेशकों के लिए टिप्स हैं कि सोचकर, समझकर, इन्वेस्ट कर… कभी जल्दबाजी में निवेश न करें. किसी के बहकावे में आकर निवेश न करें. पूरी तरह समझकर इन्वेस्ट करें.
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