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अक्टूबर में ग्रोथ-स्टेज में 41 स्टार्टअप को 3.7 अरब डॉलर और अर्ली-स्टेज डील में 96 स्टार्टअप को 36.5 करोड़ डॉलर का फंड मिला.
म्यूचुअल फंड की कुछ सीमाएं भी होती हैं. ऐसे में म्यूचुअल फंड में निवेश से पहले इन्हें जानना जरूरी है.
निवेश का प्रबंधन करने की ये एक कंजर्वेटिव रणनीति है, जिसके कारण ब्याज दरों में बदलाव होने का संभावित रिस्क कम हो जाता है.
डाकघर की 5 वर्षीय टाइम डिपॉजिट स्कीम और सीनियर सीटिजन सेविंग स्कीम (SCSS) को धारा 80C के तहत कर-लाभ के दायरे में रखा गया है.
एक निवेशक के रूप में आपको संवत 2078 में इन 9 बेड मनी हेबिट से दूर रहने का संकल्प लेना चाहिए और धनवान बनने की ओर आगे बढ़ना चाहिए.
म्यूचुअल फंड में 'ट्रांसफर' तब होता है जब सभी यूनिट धारक जीवित होते हैं, जबकि, 'ट्रांसमिशन' फर्स्ट होल्डर के असामयिक निधन के वक्त होता है.
सरकारी बॉन्ड से इकट्ठा किया गया पैसा सरकारी योजनाओं में लगाया जाता है और इस पैसे की जिम्मेदारी पूरी तरह से सरकार की होती है.
आर्बिट्राज फंड्स को सबसे सुरक्षित इक्विटी आधारित स्कीमों में माना जाता है और इनमें डेट फंड्स के मुकाबले ज्यादा टैक्स बेनेफिट भी मिलता है.
Dhanteras Business: Confederation of All India Traders की ओर से जारी बयान के अनुसार आभूषण उद्योग महामारी की वजह से आई मंदी से उबरा है.
PPF में कम से कम 500 रुपये का निवेश करना होता है. अधिकतम 1.5 लाख रुपये जमा कराए जा सकते हैं.