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कब और कैसे काम आता है फायर इंश्योरेंस, कैसे खरीदें ये बीमा, कितने तरह का होता है फायर इंश्योरेंस, इंश्योरेंस में कैसे चुनें सही कवर? इस तरह के तमाम सवालों का जवाब जाने के लिए देखिए Insurance Central-
बीमा पॉलिसियों के शब्दों को सरल बनाने के लिए एक समिति का गठन किया गया है. समिति को 8-10 सप्ताह के भीतर अपनी सिफारिशें सौंपने को कहा गया है
बच्चे के जन्म से पूर्व और बाद की देखभाल के मेडिकल खर्चे पूरे करने के लिए इंश्योरेंस कवरेज लेना एक सही शुरुआत हो सकती है. ज्यादातर स्टैंडर्ड हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में एक ठोस मैटरनिटी कवरेज नहीं मिलता. कैसा होना चाहिए आपका मैटरनिटी इंश्योरेंस? देखिए इस वीडियो में-
बीमा कंपनियां पहले से मौजूद बीमारियों यानी pre existing disease को कवर नहीं करतीं.
लोन चुकाने के जोखिम को कवर करने के लिए क्रेडिट इंश्योरेंस अच्छा विकल्प है. कैसे काम करता है क्रेडिट इंश्योरेंस, कैसे डिजायन किया जाता है, इस बीमा के क्या हैं फायदे, किसके लिए जरूरी है यह बीमा? जानने के लिए देखिए ये वीडियो-
भारत एनसीएपी (BharatNCAP) में 5 स्टार रेटिंग वाली गाड़ियों को इंश्योरेंस प्रीमियम कम होगा.
महंगाई के दौर में अस्पताल में भर्ती होने पड़ जाए तो 5-10 लाख रुपए का हेल्थ बीमा कवर यूं ही खत्म हो जाता है. ऐसे में इलाज का बाकी का पैसा अपनी जेब से ही भरना पड़ता है. ऐसी स्थिति से बचने के लिए हेल्थ बीमा पॉलिसी में रेस्टोरेशन बेनिफिट का ऑप्शन काफी फायदेमंद रहता है. क्या होता रेस्टोरेशन बेनिफिट, कब और कैसे मिलती है यह सुविधा? देखिए इंश्योरेंस सेंट्रल में-
उम्र बढ़ने के साथ ही बीमारियां ज्यादा असर करना शुरू कर देती हैं इसलिए बुजुर्ग अवस्था में अस्पताल में भर्ती होने की ज्यादा जरूरत होती है. ऐसे में पर्याप्त हेल्थ बीमा कवर होना जरूरी है. सीनियर सिटीजन के लिए पॉलिसी खरीदने से पहले किन बातों का रखें ध्यान? जानने के लिए देखिए ये वीडियो-
परिवार में कमाने वाले व्यक्ति ने अगर कोई बड़ा लोन ले लिया है और इस बीच वह इस दुनिया में नहीं रहता है तो परिवार के लिए लोन चुकाना मुश्किल हो जाता है. इस जोखिम को कवर करने के लिए क्रेडिट इंश्योरेंस अच्छा विकल्प है. कैसे काम करता है क्रेडिट इंश्योरेंस, किसके लिए जरूरी है, इससे कब और कैसे होगा फायदा? जुड़िए Hello Money9 से और पूछिए अपना सवाल, आपके सवालों का जवाब देंगे Tax & Investment Expert Balwant Jain-
फोन या लैपटॉप जैसे गैजेट खराब हो जाएं तो हमारी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ दोनों थम जाती हैं. इन्हें रिपेयर कराने में समय भी लगता है और पैसे भी खर्च होते हैं. इस जोखिम को कवर करने के लिए गैजेट इंश्योरेंस अच्छा विकल्प है. कैसे खरीदें गैजेट इंश्योरेंस, क्या-क्या होगा कवर, कब और कितना होगा फायदा? जानने के लिए देखें ये वीडियो-