देश में फैल रही कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर ने एक बार फिर से चिंता का माहौल पैदा कर दिया है. शुक्रवार को देश में 1,15,000 से ज्यादा संक्रमण के नए मामले आए हैं. इसके साथ ही पिछले 24 घंटे में 630 मौतें हुई हैं. इस तरह से देश में कोरोना के चलते होने वाली मौतों की संख्या बढ़कर 1,66,177 हो गई है. कोविड के चलते दिल्ली में रात का कर्फ्यू लगा दिया गया है जो कि 30 अप्रैल तक जारी रहेगा. महाराष्ट्र ने भी रात के कर्फ्यू के साथ ही वीकेंड्स पर पूरा लॉकडाउन लगा दिया है. इस वजह से एक बार फिर से कोरोना के इलाज में काम आने वाली दवाइयों, ग्लव्ज, सैनिटाइजर्स पीपीई किट, डिजिटल इंफ्रारेड थर्मोमीटर और ऑक्सीमीटर की मांग में तेजी आने लगी है. दिल्ली के दवाइयों के सबसे बड़े होलसेल मार्केट चांदनी चौक के भगीरथ पैलेस के दिल्ली ड्रग ट्रेडर्स एसोसिएशन (DDTA) का कहना है कि कोरोना के इलाज में काम आने वाली दवाइयों की मांग में इजाफा हुआ है.
दवाओं की मांग में तेजी आई
DDTA के प्रेसिडेंट अनिल चुघ के मुताबिक, “कोविड-19 की दूसरी लहर आने के बाद से इसके इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाइयों की मांग में तेज उछाल आया है. इनमें इंजेक्टिबल्स, दवाओं की मांग शामिल है. रेमिडेसिविर इंजेक्शंस, फैबीफ्लू टैबलेट जैसी दवाओं की हॉस्पिटल्स में अचानक मांग बढ़ गई है.” वे कहते हैं, “गुजरे 10 दिनों में इन दवाओं की मांग पिछले साल कोरोना के चरम के वक्त के लेवल पर पहुंच गई है. मार्च के मुकाबले ही इन दवाओं की मांग 50 फीसदी बढ़ गई है.” वे कहते हैं कि इन दवाओं को सरकारी स्तर पर मैनेज किया जा रहा है और कंपनियां इन्हें सीधे हॉस्पिटल्स को मुहैया करा रही हैं. हालांकि, जो लोग हॉस्पिटल नहीं जाना चाहते वे सीधे बाजार से इसे खरीदते हैं. चुघ कहते हैं कि जिस तरह से दूसरी लहर आई है उसका अंदाजा फार्मा कंपनियों को नहीं था. पिछले 10-15 दिनों में इसकी रफ्तार अचानक तेजी से बढ़ी है.
थर्मोमीटर, ऑक्सीमीटर की मांग 40% बढ़ी
इन दवाओं के अलावा, आम लोगों में एक बार फिर से एहतियात के तौर पर पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मोमीटर, इंफ्रारेड थर्मोमीटर, सैनिटाइजर्स और मास्क की डिमांड बढ़ गई है. गुजरे कुछ वक्त में लोगों ने कोरोना को लेकर ढिलाई बरती और इसके चलते इसका कहर एक बार फिर से बढ़ा है. लेकिन, अब कोविड की दूसरी लहर फैलने के साथ ही लोग फिर से सतर्क हो रहे हैं और पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मोमीटर जैसी डिवाइसेज की भी मांग में तेजी आ रही है. चुघ कहते हैं, “अब ये डिवाइसेज और सैनिटाइजर्स जैसी चीजें एक बेसिक जरूरत हो गई हैं और अब घर में ये पहुंच गए हैं. सबसे ज्यादा डिमांड थर्मोमीटर और ऑक्सीमीटर की है. मार्च के मुकाबले इनकी डिमांड में करीब 40 फीसदी की तेजी आई है.” महाराष्ट्र और दिल्ली में राज्य सरकारों के लागू किए गए कड़े उपायों से लोग भी अब ज्यादा एहतियात लेते हुए दिखाई दे रहे हैं. इस वजह से लोग कोविड से बचाव और खून में ऑक्सीजन का लेवल या शरीर का तापमान चेक करने के लिए डिवाइसेज लेने में फिर से तेजी दिखा रहे हैं.
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