National Doctors’ Day 2021: नेशनल डॉक्टर्स डे (Doctors’ Day) के मौके पर प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी ने डॉक्टरों का आभार व्यक्त किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड से लड़ाई में डॉक्टरों ने लाखों लोगों की जान बचाई और देश की 130 करोड़ आबादी इनकी आभारी है.
डॉक्टरों के लिए इन दिनों कोविड वॉरियर जैसा संबोधन आम हो गया है. हेलिकॉप्टर से फूल बरसाने से लेकर थाली बजाने जैसे आयेजन भी होते रहे हैं. लेकिन, क्या ये गुणगान भर कर देना काफी है?
फोर्टिस हेल्थकेयर के मेडिकल स्ट्रैटजी के ग्रुप हेड डॉ. विष्णु पाणिग्रही कहते हैं कि एक तरफ हमारी तुलना भगवान से की जाती है और दूसरी तरफ कोई कानून नहीं है जिसके तहत एक डॉक्टर पुलिस थाने में जाकर अपने खिलाफ हिंसा की रिपोर्ट लिखवा सके. हम भगवान नहीं हैं. हम जान बचाने की कोशिश करते हैं और कभी नाकाम भी हो जाते हैं. पिछले डेढ़ साल में डाक्टरों के खिलाफ बढ़ते हिंसा के मामलों को भूला नहीं जा सकता.
कोरोना महामारी ने हमारे कमजोर हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्चर की पोल भी खोल कर रख दी है. हेल्थ सिस्टम पर जैसे भी भारी पड़ा एक-एक जान बचाने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ी.
नारायण हेल्थकेयर के नॉर्थ हेड कमांडर नवनीत बाली के मुताबिक, कोविड की दूसरी लहर में हर अस्पताल में एक-एक बेड के लिए पांच सौ लोगों की लाइन लगी थी. इस महामारी की सबसे बड़ी सीख यही है कि अभी से ही सरकार को बिना रुके मेडिकल इंफ्रास्ट्रकचर पर काम करना होगा. इंफ्रास्ट्रकचर रातोंरात नहीं तैयार होता और जो अभी तक नहीं हुआ उसे दुरुस्त करने का यही वक्त है.