Financial emergency- एक आपात स्थिति कभी भी दरवाजे पर दस्तक देकर नहीं आती है और ये अनजानी मुसीबत काफी परेशानी भरी होती है. इमरजेंसी फंड एक गार्ड की तरह है, जो आपको Financial emergency से निपटने में मदद करता है.
फाइनेंशियल इमरजेंसी क्या है? अभूतपूर्व या अप्रत्याशित घटना एक Financial emergency ला सकती है, जो आपकी आय को रोकती है या आपकी मौजूदा आय पर दबाव डालती है. नौकरी छूटना, अचानक बीमारी या किसी दुर्घटना के कारण विकलांगता और वेतन कटौती इसके कुछ उदाहरण हैं. आप इन घटनाओं की भविष्यवाणी नहीं कर सकते हैं लेकिन आप उनका सामना करने के लिए खुद को तैयार जरूर कर सकते हैं.
इमरजेंसी फंड क्या है? Emergency fund का शाब्दिक अर्थ है, भविष्य में होने वाली दुर्घटनाओं या अप्रत्याशित खर्चों के लिए वित्तीय सुरक्षा का आपके पास में होना. यह आपके पैसे का एक हिस्सा है जिसे आप ऐसे समय के लिए संरक्षित करते हैं जब जीवन सामान्य नहीं चल रहा होता है.
वाइस इंवेस्ट एडवाइज़र के सीईओ हेमंत रुस्तगी के मुताबिक, निवेश की दिशा में पहला कदम एक emergency fund का निर्माण करना है. यह बहुत महत्वपूर्ण है कि निवेश शुरू करने से पहले, आप एक इमरजेंसी फंड बनाएं. एक बार जब आपका emergency fund तैयार हो जाता है, तो आप निवेश शुरू कर सकते हैं.
इमरजेंसी फंड का आकार? Emergency fund आपके रोजाना खर्चों के तीन से छह महीने के बराबर का होना चाहिए. जीवन में सबसे खराब स्थिति की कल्पना करें और मूल्यांकन करें कि आपको अपनी रोजाना जरूरतों के लिए कितने पैसे की जरूरत हो सकती है. अगर हर महीने आपका खर्च 50,000 रुपए है, तो आपका Emergency fund 1.5 लाख रुपए से 3 लाख रुपए के बीच होना चाहिए.
अपने इमरजेंसी फंड को कहां पार्क करें? Emergency Fund आपको जरूरत के समय आसानी से मिल जाना चाहिए. अपने इमरजेंसी फंड के पैसे को कहां रखे, नीचे कुछ सुझाव दिए गए हैं.
1) अलग बचत खाता बैंक खाते को कभी भी एक्सेस किया जा सकता है. इसलिए किसी को भी यहां से पैसे निकालने का लालच हो सकता है. इसलिए, इन फंड्स को रखने के लिए एक अलग खाता खोलें.
2) ऑटो स्वीप-इन अकाउंट आप अपने बचत बैंक खाते में ऑटो स्वीप-इन सुविधा को सक्रिय कर सकते हैं. इससे आप एक निश्चित डिपॉजिट (Deposits) में पैसे का एक हिस्सा अलग रख सकते हैं जिस पर आपको ब्याज मिलेगा. आपातकालीन स्थिति में, इस राशि को तुरंत आपके बचत खाते में स्विच किया जा सकता है.
3) लिक्विड फंड या शॉर्ट टर्म डेट फंड लिक्विड फंड (Liquid Fund) एक विकल्प हो सकता है. सेविंग बैंक की तुलना में, यह 7% से 9% की सीमा में बेहतर रिटर्न देता है. लिक्विड फंड डेट सिक्योरिटीज, ट्रेजरी बिल और कुछ कमर्शियल पेपर में निवेश करते हैं. ये अंडरलाईंग एसेट्स 91 दिनों में मैच्योर हो जाते है. उनके पास न्यूनतम लॉक-इन अवधि नहीं है और उन्हें 24 घंटे में संसाधित किया जाता है. ऐसा नहीं है कि ये अन्य वर्गों की तुलना में पूरी तरह से जोखिम-मुक्त हैं लेकिन सुरक्षित हैं.
4) NPS टियर 2 खाता जब तक आपके पास NPS टियर 1 खाता नहीं है, तब तक आपके पास NPS टियर 2 खाता नहीं हो सकता है. लेकिन टियर 2 अकाउंट आपके Emergency fund को रखने के लिए एक अच्छी जगह हो सकती है. आप पेंशन फंड में निवेश करते रहते हैं और आपको रिटर्न भी मिलता है साथ ही पैसा निकालने के लचीलेपन का लाभ भी उठाते हैं.
परेशानी भरे दिनों के लिए बचत करना बहुत जरूरी है. अपनी निवेश योजना में एक इमरजेंसी फंड को न भूलें. क्योंकि जब आप अच्छे दिनों में बचत करते हैं तो यह आपके बुरे दिनों को गुजारने में आपकी मदद करता है.
प्रियंका संभव
पर्सनल फाइनेंस पर ताजा अपडेट के लिए Money9 App डाउनलोड करें।