Vaccine Shortage: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में कोरोना की दूसरी लहर का संकट गहराता जा रहा है. बढ़ते कोविड-19 मामलों के बीच बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने दावा किया है कि बृहस्पतिवार को टीके की कमी के कारण मुंबई के 25 निजी अस्पतालों में लोगों को टीके की खुराक नहीं दी जा सकी.
शहर के नगर निगम ने एक विज्ञप्ति में कहा है कि टीकाकरण (Vaccination) के लिए मंजूर 71 केंद्रों में से 25 पर टीके की खुराक नहीं दी जा सकी क्योंकि इन निजी स्वास्थ्य केंद्रों (Private Health Centres) पर टीके उपलब्ध नहीं थे.
Vaccine Shortage: विज्ञप्ति में कहा गया कि बाकी केंद्रों पर टीके की खुराक दी गयी लेकिन केवल एक दिन के लिए ही टीके उपलब्ध हैं तथा निगम और टीके उपलब्ध करवाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है.
मुंबई में कुल 120 टीकाकरण केंद्र चलाए जा रहे हैं इनमें से 49 का संचालन महाराष्ट्र सरकार और बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) कर रहा है. विज्ञप्ति में कहा गया कि इन केद्रों पर हर दिन 40,000 से 50,000 लोगों को टीके की खुराकें दी जाती हैं.
स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन ने साफ कहा है कि देश में वैक्सीन की कोई कमी नहीं है. उन्होंने कहा कि देश में 4.30 करोड़ वैक्सीन डोज का स्टॉक मौजूद है. इससे पहले महाराषट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा, आंध्र प्रदेश और झारखंड ने वैक्सीन की कमी होने का मुद्दा उठाया था. हालांकि स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि महाराष्ट्र जैसे राज्य में वैक्सीन की बर्बादी की वजह से टीके में कमी आई है.
आपको बता दें कि पिछले महीने ही सरकार के जारी आंकड़ों में सामने आया था कि देशभर में 6.5 फीसदी वैक्सीन बर्बाद हो रही है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मुख्यमंत्रियों के साथ हुई वर्चुअल बैठक में वैक्सीनेशन से ज्यादा टेस्टिंग, ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट पर बल देने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि वैक्सीन के साथ भारत को पिछले अनुभव और कोरोना प्रोटोकॉल नहीं भूलने चाहिए.
(PTI इनपुट के साथ)
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