Vaccine: देश से कोरोना की दूसरी लहर लगभग समाप्त हो चुकी है, अब वैज्ञानिकों का कहना है कि तीसरी लहर आनेवाली है. संभावित तीसरी लहर में अनुमान लगाया जा रहा है कि इससे सबसे अधिक प्रभावित होंगे, तो वे देश के नन्हें-मुन्ने हैं. कोरोना के खतरे से बच्चों को बचाए रखने के लिए हमें अभी से अपनी सभी तैयारियां कर लेनी चाहिए. इसी के तहत देश भर में इसके लिए इन दिनों तैयारियां शुरू कर दी गईं हैं. ये तैयारी चिकित्सा के स्तर पर जितनी जरूरी है, उतनी ही आवश्यक समाज जीवन में जन जागृति को लेकर भी है ताकि कोरोना को अपने पास ही ना आने दिया जा सके.
बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए जहां बड़े प्रयत्न कर रहे हैं, वहीं बच्चे भी बड़ो को वैक्सीन लगवाने के लिए जागरूक कर रहे हैं. इसी क्रम में बच्चों के पंसदीदा कार्टून कैरेक्टर भी मिशन में कूद पड़े हैं. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की सड़कों पर आए दिन कभी मोटू-पतलू एक साथ नजर आएं, तो कोई आश्चर्य नहीं होगा.
”जो अपने बच्चों से करे प्यार, वो कोरोना वैक्सीन से कैसे करें इंकार” या पापा-मम्मी पहले मास्क, उसके बाद ही दूसरा टास्क जैसे शक्तिशाली जागरण के संदेशों के साथ बच्चों को बहुत पसंद आनेवाले कार्टून ”मोटू और पतलू” सड़क पर उतर आए हैं, जो लोगों एवं बच्चों के बीच कोरोना को लेकर जन जागरण का काम कर रहे हैं. इस पूरे अभियान की खास बात यह है कि इसे चिकित्सा राज्य के शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने स्वयं आगे होकर शुरू करवाया है.
शिक्षा मंत्री विश्ववास सारंग अपने इस अनोखे अभियान को लेकर कहते हैं कि बच्चों के बीच लोकप्रिय चरित्र के माध्यम से आम जन को जागरूक करते हुए वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. इस अभियान को एनएसएस, आवाज, यूनिसेफ और जिला प्रशासन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित है.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए बच्चों के विशेष संदर्भ में यह अभियान प्रारंभ किया गया है. इस अभियान में बच्चों को लेकर बरती जाने वाली सावधानियां और बच्चों द्वारा अपने माता-पिता से की गई मार्मिक अपील शामिल है. ताकि कोरोना की तीसरी लहर यदि आ भी जाए तो वह सचेत रहने पर बच्चों पर असर डालने में असफल ही साबित होगी. इस तरह के प्रयास बहुत आवश्यक हैं और आशा है कि यह पहल कारगर होगी.
जिलाधीश अविनाश लवानिया का इस जागरण के अभियान को लेकर कहना है कि कोरोना को हराने के लिए जिला प्रशासन हर समय सक्रिय है, और हम यह कोशिश कर रहे हैं कि तीसरी लहर से बच्चों को किसी भी तरह का नुकसान न हो, इसलिये यह एक केन्द्रित प्रयास किया जा रहा है.
इसके साथ ही राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. अनन्त सक्सेना का कहना कि एनएसएस का स्वयंसेवक हर समय कंधे से कांधा मिलाकर अपनी सेवायें देता है. इसके पहले भी हम मोर्चे पर डटे रहे हैं और आगे भी डटे रहेंगे. इसी बीच “मोटू-पतलू” की जोड़ी ने न्यू मार्केट में बिना मास्क घूम रहे लोगों को मास्क वितरित किये, जो माता-पिता मास्क लगाये थे और जिन्होंने वैक्सीन भी लगवा ली थी, उन्हें फूल देकर सम्मानित भी किया.
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