Ex-Servicemen: अगर आप फौज से रिटायर हैं तो आप और आप पर निर्भर परिजनों को देश में चल रहे वैक्सीनेशन ड्राइव में शामिल किया जाएगा. सरकारी गाइडलाइंस में आने से कोविन पर रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे और किसी सर्विस अस्पताल में टीका लगवाया जा सकेगा. आर्मी ने ट्विटर पर ये जानकारी साझा की है.
सेना ने ट्विटर हैंडल पर बताया है कि सर्विस अस्पतालों में सेवानिवृत्त सैनिक (Ex-Servicemen) और सशस्त्र बल कर्मियों के आश्रितों के टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने स्वीकृति दे दी है.
सर्विस अस्पतालों में सेवानिवृत्त सैनिक और सशस्त्र बल कर्मियों के आश्रितों के टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने स्वीकृति दे दी है। (1/2) pic.twitter.com/A3FN9vaUis
भारतीय सेना ने बताया है कि कोविन प्लेटफॉर्म पर सशस्त्र बलों की चिकित्सा सुविधाओं के पंजीकरण के पूरा होने के बाद प्रक्रिया अगले सप्ताह शुरू होने की उम्मीद है। इस संबंध में दिशानिर्देश कुछ दिनों में जारी किए जाएंगे.
भारत में अब तक 2 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन लगाई जा चुकी है. जिसमें से 66,666 पिछले 24 घंटों के दौरान लगाई गई हैं. 16 जनवरी से शुरू हुए वैक्सीन ड्राइव के पहले चरण में सेना में एक्टिव ड्यूटी पर जुड़े सैनिकों को प्राथमिकता देते हुए वैक्सीन लगाई गई.
इस हफ्ते से गाइडलाइन आने के बाद तकरीबन 32 लाख एक्स-सर्विसमेन (Ex-Servicemen) को वैक्सीन लगाई जाएगी.
किन्हें होगा फायदा?
– सेवानिवृत्त सैनिकों (Ex-Servicemen) के साथ उनकी पत्नी या पति भी वैक्सीन के लिए एलिजिबल होंगे
– सेवानिवृत्त सैनिकों के बेटे और बेटियां जो उनपर निर्भर है (काम नहीं करते या 25 साल की उम्र से कम हैं – इनमें से जो भी पहले हो)
– सेवानिवृत्त सैनिकों के माता-पिता जिनकी मासिक आय 9 हजार रुपये से कम हो वे भी वैक्सीनेशन लगवा सकेंगे.
– आर्मी के वे अस्पताल जो कोविड-19 वैक्सीन लगाएंगे वो फिलहाल कोविन प्लेटफॉर्म पर रजिस्टर किए जा रहे हैं.